(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : एफ-16 लड़ाकू विमान का पाकिस्तान द्वारा गलत इस्तेमाल करने की रिपोर्ट पर अमेरिका ने सफाई दी है। पाकिस्तानी एफ-16 विमान के गलत इस्तेमाल की रिपोर्ट पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह दो देशों के बीच हुई एक समझौते से जुड़ी किसी जानकारी पर टिप्पणी या खुलासा नहीं कर सकता है। बता दें, गुरुवार को एक रिपोर्ट सामने आई थी कि जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान द्वारा एफ-16 लड़ाकू विमानों के गलत इस्तेमाल पर अमेरिका ने उसे फटकार लगाई है। इस रिपोर्ट पर अमेरिका ने अपनी सफाई दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी एएनआइ को एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हम द्विपक्षीय समझौते से जुड़ी बातों का खुलासा नहीं करना चाहते हैं, जिसमें अमेरिकी रक्षा तकनीक और संचार से जुड़े समझौते हों।’ इसी साल अगस्त में अमेरिकी विदेश विभाग में तत्कालीन शस्त्र नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की उपमंत्री एंडिया थॉम्पसन ने पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को एक पत्र लिखा था। इसमें अमेरिका द्वारा दिए गए एफ-16 लड़ाकू विमान का गलत इस्तेमाल करने और साझा सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया था। दोनों अधिकारियों के बीच यह पत्रचार फरवरी में भारत द्वारा एफ-16 जेट विमान मार गिराने के कुछ महीने बाद हुआ। पत्र में फरवरी की घटना का जिक्र नहीं है।27 फरवरी को भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक के एक दिन बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान ने राजौरी सेक्टर में भारतीय हवाई सीमा का उल्लंघन कर बमबारी की थी। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। इसके कुछ देर बाद ही भारत ने एक एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया, जो पाकिस्तान की सीमा के तीन किलोमीटर अंदर जाकर गिरा। विमान के साथ एक पैराशूट को भी गिरते देखा गया। हालांकि, इसके पायलट का क्या हुआ, यह पता नहीं चला। एक सूत्र के मुताबिक, पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान ने एफ-16 विमानों का इस्तेमाल किया, जिसमें अमेरिकी मिसाइलें लगी हुई थीं। पाकिस्तान के इस व्यवहार से यह हथियार किसी तीसरे पक्ष तक पहुंच सकता था, जिससे साझा सुरक्षा और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचता। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच लड़ाकू विमान समझौता इन शर्तो के साथ हुआ था कि पाकिस्तान इनका इस्तेमाल आतंकियों के साथ लड़ाई में करेगा। किसी अन्य देश के खिलाफ इसका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। समझौते में यह शर्त भी है कि पाकिस्तान अमेरिकी लड़ाकू विमानों और मिसाइलों का इस्तेमाल मुशाफ और शाहबाज एयर फोर्स बेस से ही करेगा।