(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही प्रदेश को अपराध और भय मुक्त बनाने का दावा कर रही हो, हालात यह है कि अपराधी अब पुलिस हिरासत में भी लोगों पर हमला करने लगे हैं। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद उसी तरह के एक और घटना को अंजाम दिया गया है। यूपी के जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर में एक साल पहले हुए बादल हत्याकांड के दो आरोपियों पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस दौरान दो गोली तो मिस हो गईं, लेकिन एक-एक गोली बंदियों को लग गई। दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। वारदात को तब अंजाम दिया गया जब पुलिस अभिरक्षा में दोनों को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था। जब कोर्ट परिसर में गोली चली तो वहां भगदड़ मच गई।
जिले के धर्मापुर बाजार में एक दुकान पर अंडा खाने के दौरान 6 मई 2022 को ठकुरची (धर्मापुर) निवासी बादल यादव और उतरगावां निवासी अंकित यादव को चाकू मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया गया था। जिला अस्पताल ले जाने पर बादल यादव को मृत घोषित कर दिया गया। उस हत्याकांड में नामजद सत्य प्रकाश उर्फ सूर्य प्रकाश उर्फ गोलू राय और मिथिलेश गिरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दोनों जिला कारागार में निरूद्ध हैं। मंगलवार को उस मामले में दोनों की पेशी थी। उधर से बादल के भाई व अन्य गवाहों को भी गवाही के लिए बुलाया गया था।
दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सत्य प्रकाश और मिथिलेश को पुलिस लेकर न्यायालय जा रही थी। कोर्ट परिसर में पहुंचने पर ही बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली बरसानी शुरू कर दी। एक गोली मिथिलेश के पीठ में और दूसरी सत्य प्रकाश के हाथ में लगी। गोली चलने की आवाज़ से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। भीड़ ने आरोपी को दबोच लिया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। एएसपी सिटी बृजेश कुमार गौतम ने बताया कि एक आरोपी को पकड़ लिया गया है। गोली लगने से घायल बंदियों का इलाज चल रहा है।