(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : आज देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153वीं जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की 118वीं मनाई जा रही है | महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजघाट पहुंचे उन्होंने महत्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत बीजेपी और कांग्रेस के कई नेताओं ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।जिन्होंने अपना जीवन स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष को समर्पित कर दिया। महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को उनकी स्मृति में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है.संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2007 को 2 अक्टूबर की तारीख को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया |
हम महात्मा गांधी के जन्मदिन और शांति, सम्मान और सभी के द्वारा साझा की जाने वाली आवश्यक गरिमा के मूल्यों का जश्न मनाते हैं। बापू ने हमें सत्य और अहिंसा के पथ पर चलना सिखाया। प्रेम, करुणा, सद्भाव और मानवता का अर्थ समझाया। महात्मा गांधी ने सादा जीवन उच्च विचार का उपदेश दिया तो वहीं, लाल बहादुर शास्त्री सादगी और विनम्रता के पर्याय माने जाते हैं. लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था |
महात्मा गांधी के और शास्त्री जी के आदर्श, सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा और अहिंसा के पाठ ने जुल्म करने वाले अंग्रेजों को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. दलित आंदोलन’, ‘असहयोग आंदोलन’, ‘नागरिक अवज्ञा आंदोलन’, ‘दांडी यात्रा’ और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ शुरू करके पूरे देश को एक सूत्र में पिरो दिया. आगे चलकर गांधी जी समेत स्वाधीनता संग्राम के अनगिनत सेनानियों की सामूहिक मेहनत सफल हुई और इस तरह 15 अगस्त 1947 में भारत को आजादी मिल गई. दोनों महान हस्तियों ने अपने कार्यों और विचारों से देश और दुनियाभर के जनमानस पर अपनी एक अमिट छाप छोड़ी है |