(न्यूज़लाइवनाउ-Himachal Pradesh): हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 23 सितंबर तक चलने वाला है. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक ली.हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र की तैयारियां तेज, आपदा पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत 18 सितंबर से होने जा रही है. यह सत्र 23 सितंबर तक चलेगा. आपदा की वजह से करीब एक महीने की देरी से हो रहे मानसून सत्र को लेकर तैयारियां जोरों पर है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा सचिवालय के पास अब तक सभी सदस्यों के 250 से ज्यादा सवाल पहुंच चुके हैं. इनमें ज्यादातर आपदा राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े हुए सवाल हैं. इसके अलावा विधायकों ने सड़क, बिजली और पेयजल योजनाओं को लेकर सवाल पूछे हैं.
500 से ज्यादा पर सुरक्षा का जिम्मा
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सत्र से पहले तैयारी शुरू हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसे में आज उन्होंने पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में 500 से ज्यादा जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे. इसके अलावा सभी गेट पर आने-जाने वालों की सख्ती से चेकिंग की जाएगी. साथ ही हर बार की तरह बिना पास के विधानसभा में किसी को भी एंट्री नहीं मिलेगी. इसके अलावा सीसीटीवी से भी आने जाने वालों पर पहली नजर रखी जाएगी.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस बार आपदा की वजह से प्रदेश भर में भारी नुकसान हुआ है. राजधानी शिमला में सबसे ज्यादा नुकसान हो चुका है. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि पक्ष-विपक्ष मिलकर हिमाचल प्रदेश में एक नया मॉडल तैयार करने को लेकर सकारात्मक चर्चा करें. उन्होंने कहा कि भारी बारिश की वजह से सरकारी और निजी संपत्ति को बहुत ज्यादा नुकसान हो चुका है.
BJP ने की तैयारी
हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने के लिए भारतीय जनता पार्टी की तैयारी भी जोरों पर है. सोमवार शाम को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष ने सभी बीजेपी विधायकों से ग्राउंड जीरो रिपोर्ट ली. सभी विधायकों को पहले हुई बैठक में यह चेक करने के लिए कहा गया था कि क्या आपदा प्रभावितों तक सही तरह से राहत पहुंच रही है या नहीं? हिमाचल प्रदेश में हुई आपदा के बाद प्रभावितों तक राहत न पहुंचने के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं, सरकार के मंत्री भी विपक्ष का हर जवाब देने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं.