(न्यूज़लाइवनाउ-Himachal Pradesh) हिमाचल के प्रवीण शर्मा भारतीय सेना के ऑपरेशन रक्षक में जम्मू-कश्मीर में बलिदान हो गए. वह सिरमौर जिले के पालू गांव के रहने वाले थे और सिर्फ 26 साल के थे.
होनी थी 2 महीने बाद शादी
भारत मां की रक्षा करते हुए भारतीय सेना के एक और वीर जवान बलिदान हो गया है. जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में पिछले दो दिनों से चल रहे ऑपरेशन रक्षक में जिला सिरमौर के लाल प्रवीण शर्मा बलिदान हो गए. प्रवीण शर्मा जिला सिरमौर राजगढ़ उपमंडल के पालू गांव के रहने वाले थे. वे वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे और उनकी उम्र सिर्फ 26 साल थी. वे अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और दो महीने बाद ही उनकी शादी भी होनी थी.
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जिला सिरमौर के उपायुक्त सुमित खिमटा ने बताया है कि बलिदानी प्रवीण शर्मा का पार्थिव देह सोमवार सुबह चंडीगढ़ पहुंचेगा. प्रशासन की ओर से चंडीगढ़ से पार्थिव देह को लाने के लिए एंबुलेंस का प्रबंध किया गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राजगढ़ के एसडीएम को भी उचित दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. सोमवार को पैतृक गांव हब्बन में सैन्य सम्मान के साथ बलिदानी को राजकीय सम्मान और रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
प्रवीण शर्मा की शहादत से देश के साथ हिमाचल प्रदेश में दु:ख की लहर है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने बलिदानी प्रवीण शर्मा के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. इससे पहले 24 जुलाई को श्रीनगर के नजदीक आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान गनर दिलावर खान बलिदान हो गए. वे हिमाचल के जिला ऊना के रहने वाले थे.
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