(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): दिल्ली में रविवार को जंतर मंतर पर नूंह हिंसा के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया पुलिस के अनुसार इस धरना प्रदर्शन में भड़काऊ भाषण दिया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्पीकर बंद करवाए और लोगों को मौके से हटा दिया, हालांकि अभी तक कोई इस पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
नूंह हिंसा के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर सभा कराए जाने का मामला सामने आया है। इस सभा में गजियाबाद का तथाकथित विवादित महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती 40-50 समर्थकों के साथ पहुंच गए। और नूंह हिंसा के विरोध में सभा की गयी मौके पर पुलिस ने लोगो को तितरबितर कर दिया।
जानिए क्या कहा महंत नरसिंह आनंद सरस्वती ने
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने अपने समर्थको को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘हिंदुओं एक बात बताना चाहता हूं। अगर तुम्हारी आबादी इसी तरह घटती रही और मुसलमानों की आबादी बढ़ती रही तो फिर वही होना है जो हजार साल पहले इसी देश में हुआ। जो कश्मीर में हुआ, पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हुआ, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और सीरिया में हुआ। अभी से तय कर लो। भागकर कौन से महासागर में डूब कर मरोगे। जमीन तो बची नहीं, महासागर ही बचा हैजब महंत अपना भाषण पूरा कर रहा था, तभी पुलिस अधिकारी पहुंचे और भाषण रुकने का आग्रह किया। आयोजकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर होने के लिए कहा
गौरतलब है कि हरियाणा के नूंह में दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे और हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 6 लोगों की जान गई थी।