(न्यूज़लाइवनाउ-पाकिस्तान) हाल ही में अमेरिका ने TRF (द रेसिस्टेंस फ्रंट) को एक आतंकी संगठन घोषित किया है, जिसे पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने खारिज करते हुए इस पर पुनर्विचार की मांग की है।
इशाक डार ने हाल ही में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की और TRF से जुड़े आरोपों को नकारते हुए पाकिस्तान का पक्ष रखा। वहीं, भारत और अमेरिका का मानना है कि TRF दरअसल लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है — वही आतंकी संगठन, जिसने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हमला करवाया था, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
विदेश मंत्री इशाक डार का बयान
विदेश मंत्री इशाक डार ने अपने बयान में कहा, “लश्कर-ए-तैयबा को पाकिस्तान ने वर्षों पहले समाप्त कर दिया था। उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई, कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और संगठन को निष्क्रिय कर दिया गया। TRF से उसका कोई संबंध नहीं है। हमें कई देशों से इस पर प्रतिक्रिया मिली, लेकिन पाकिस्तान ने TRF का नाम शामिल किए जाने का विरोध किया और अंततः उस नाम को हटवा दिया गया।”
भारत की ओर से TRF पर प्रतिक्रिया में कहा गया, “भारत शांति और पर्यटन में विश्वास रखता है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन के रूप में प्रस्तुत करता है, जो वैश्विक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।”
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