(न्यूज़लाइवनाउ -नई दिल्ली) केंद्र सरकार लगातार अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरह के अभियान चला रही है. इसी कड़ी में हाल ही में सरकारी दफ्तरों की बेकार फाइलों, खराब हो चुके उपकरणों और वाहनों को कबाड़ के तौर पर बेचकर 600 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. यह आंकड़ा सिर्फ अगस्त तक का है और अक्टूबर के महीने तक इसके 1000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है.
अगस्त के महीने तक सरकार ने दफ्तरों का कबाड़ बेचकर 600 करोड़ रुपये तक की कमाई की है. वहीं अक्टूबर के महीने तक यह आंकड़ा 1000 करोड़ रुपये को भी पार कर सकता है. लगभग दो साल पहले अभियान शुरू होने के बाद से करीब 31 लाख सरकारी फाइलें हटा दी गई हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार ने कबाड़ बेचकर जितनी कमाई की है, लगभग उतनी राशि चंद्रयान-3 मिशन पर खर्च हुई थी.सरकारी दफ्तरों के लंबित मामलों को कम करने के लिए सरकार चलाएगी विशेष अभियान।
सरकार ने अक्टूबर 2021 में इस तरह के पहले अभ्यास से 62 करोड़ रुपये कमाए थे
वहीं सरकार अब 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक अपना विशेष अभियान 3.0 चलाएगी, जिसमें स्वच्छता और प्रशासन में लंबित मामलों को कम करने पर अधिक ध्यान दिया जाएगा. सूत्रों के अनुसार पिछले साल अक्टूबर में चलाए गए इसी तरह के अभियान से जहां 371 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी, वहीं इस बार तीसरे फेज में लगभग 400 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य है. सरकार ने अक्टूबर 2021 में इस तरह के पहले अभ्यास से 62 करोड़ रुपये कमाए थे.
विशेष अभियान 2.0 की सफलता ने सरकार को इस वर्ष एक बड़े अभियान की योजना बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है. अभियान में भारत सरकार के सभी मंत्रालय और विभाग भाग लेंगे. तैयारी चरण 15 सितंबर से 30 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा और लागू चरण 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक होगा.
इसमें मंत्रालयों और विभागों के सभी कार्यालयों में स्वच्छता की परिकल्पना की गई है. एक सरकारी आदेश में कहा गया है कि सेवा वितरण या सार्वजनिक इंटरफेस के लिए जिम्मेदार फील्ड/बाहरी कार्यालयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. न्यूज18 को पता चला है कि कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह 14 सितंबर को दिल्ली में अभियान की घोषणा करेंगे.