Kota, Rajasthan: एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले मां-बेटे ने जहर खाकर अपनी जान दे दी, 24 घंटे तक वारदात का पता नहीं चला

(न्यूज़लाइवनाउ -Kota) फ्लैट में पड़े मिले मां और बेटे के शव, 24 घंटे तक किसी को नहीं चला पता, पढ़ें क्या हुआ था?

कोचिंग सिटी कोटा में एक सनसनीखेज घटना में मां और बेटे के शव एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट में पड़े मिले. फ्लैट में पड़े मिले मां और बेटे के शव, 24 घंटे तक किसी को नहीं चला पता.

पुलिस की प्रारंभिक जांच में दोनों के सुसाइड करने की बात सामने आई है. दोनों के शव करीब 24 घंटे तक एक वहीं पड़े थे और किसी को इसकी खबर तक नहीं लग पाई.

कोचिंग सिटी कोटा एक बार फिर से डबल सुसाइड केस से थर्रा उठा है. यहां के बोरखेड़ा थाना इलाके में एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले मां-बेटे ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. हैरानी की बात है कि मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में होने के बावजूद किसी को 24 घंटे तक वारदात का पता नहीं चला. 

मां-बेटे का फोन नहीं उठने पर जब परिजन मौके पर पहुंचे और फ्लैट का दरवाजा तोड़ा तब घटना का पता चल पाया. पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया सुसाइड का कारण आर्थिक तंगी बताया जा रहा है.बोरखेड़ा थानाधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि वारदात इलाके में स्थित 80 फीट रोड पर बनी एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में हुई. वहां सतविंदर कौर (59) अपने बेटे रॉबिन (29) के साथ रहती थी. 

दोनों के शव शनिवार को उनके फ्लैट में पड़े मिले. दोनों शव के पास एक गिलास भी मिला है. उसमें जहरीले पदार्थ के कुछ अंश मिले हैं. पुलिस ने मौके से एक किताब भी बरामद की है. उसमें रॉबिन ने अपने साथ हो रहे दुख भरे घटनाक्रम का जिक्र कर रखा है.

दोनों के परिजन शव मिलने से करीब 24 घंटे पहले उनको कई बार कॉल कर चुके थे लेकिन मां और बेटे दोनों का ही मोबाइल पिक नहीं हुआ. इस उन्होंने बिल्डिंग में रहने वाले उनके पड़ोसियों से फोन करके पूछा. 

बाद में बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने जब उनके फ्लैट का दरवाजा खटखटाया तब भी कोई रिस्पांस नहीं मिला. इस पर उन्होंने उनके परिजनों इत्तला दी. बाद में परिजन पुलिस लेकर फ्लैट पर पहुंचे. वहां उन्होंने जब फ्लैट का दरवाजा तोड़ा तो अंदर दोनों के शव पड़े थे.

सतविंदर कौर के पति की एक साल पहले मौत हो गई थी. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मां-बेटे आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे. उन पर कर्ज होने की बात भी सामने आई है. संभवतया आर्थिक तंगी से परेशान होकर ही दोनों ने जहर खाकर अपनी जान दे दी.

फिलहाल बोरखेड़ा थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. उल्लेखनीय है कि कोटा में बीते करीब एक डेढ़ साल से सुसाइड के केस तेजी से बढ़े हैं. इनमें कोचिंग स्टूडेंट्स में यह प्रवृत्ति तेजी से सामने आई है.

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