Odisha Train Accident: आखिर तीन ट्रेनें आपस में टकराईं कैसे? कहापर हुई लापरवाही?

Live Update: अबतक मृतकों के संख्या 288 और घायलों के संख्या 900 से पार

इस हादसे के कई घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक कई लोगों को यह साफ नहीं है कि आखिर तीन ट्रेनें आपस में टकराईं कैसे? हादसे में घायल कई लोगों ने दुर्घटना को लेकर अलग-अलग वर्जन भी दिए हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इस ट्रेन दुर्घटना का पूरा घटनाक्रम क्या रहा?

ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. तीन ट्रेनों के आपस में टकराए जाने के कारण हुए इस भीषण हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद हैरान हैं. उन्होंने हाई लेवल जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं, रेल एक्सपर्ट इस हादसे के पीछे कई कारण बता रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बालासोर कोरोमंडल ट्रेन हादसे को लेकर पांच संभावित कारण बताए हैं.

हादसे में 15 बोगी पटरी से उतरी हैं. 7 बोगियां पूरी तरह पलट गई हैं. कई लोगों के बोगी के अंदर फंसे होने की बात कही जा रही है. कहीं पर तो पटरी रैल के मजबूत बेसमेंट को चीर कर बोगी के अंदर घुसगई है.

रेलवे ट्रेन का बेस बेहद मजबूती से तैयार करता है. ये बेस कुछ इस तरह का होता है, जो हजारों यात्रियों का भार झेल सके, लेकिन शुक्रवार रात जब हादसा हुआ तो रेल की पटरियां टूट गईं और ट्रेन की बेहद मजबूत फर्श को चीरकर बोगी में घुस गईं. इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि हादसा कितना भयानक रहा होगा. फिलहाल इस मामले में रेस्क्यू जारी है.

ऐसे में बोहत सरे सम्भवति कारण होने की गुंजाईश हो सकती है. उनमे से…

  • KAVACH एक एंटी-कोलिजन प्रूफ डिवाइस है, जो भारतीय रेल ट्रैक में उपयोग किया जाने वाला एक डिवाइस है, जो एक ट्रेन को एक निश्चित दूरी पर रुकने में मदद करता है जब दूसरी ट्रेन उसी ट्रैक पर आती है. अगर कोई ट्रेन सेम ट्रैक के ट्रैक पर आती है, तो ऑटोमेटिक ब्रेकिंग सिस्टम लागू हो जाता है और ट्रेन रुक जाती, कवच फेलियर सम्भवति कारणों में से ये भी हो सकता है.
  • सम्भवति कारणों में से सिग्नल ऑपरेशन में फेल्योर या सॉफ्टवेयर की खराबी के कारण सिग्नल फेल हो सकते हैं, जिससे दोनों ट्रेनें एक ही लाइन पर आ सकती हैं. नेशनल रेल ट्रैक में सिग्नलिंग अपनेआप होती है फिर भी किसी कारण से सिग्नाल फेलियर होने के कारण आपसी तालमेल नहीं होपाई।
  • पटरी ढीली हो जाना दुर्घटना का मुख्य कारण बनसकता है. रेल एक्सपर्ट ने कहा कि फिशप्लेट एक प्लेट है, जो दो रेलों को जोड़ती है. अगर फिश प्लेट खुली रहती है या फिश प्लेट का पेंच खुला रहता है तो पटरी ढीली हो जाएगी और दुर्घटना का कारण बनेगी. अगर कोई ट्रैक की फिश प्लेट खोल देता है, तो ट्रेन अपने आप पटरी से उतर जाएगी और टक्कर का कारण बनेगी
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