(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): शनिवार को वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरतत्व विभाग की ओर से किए गए सर्वे में मंदिर के अवशेष मिलने का दावा किया जा रहा है। हिंदू पक्ष के वकील का कहना है कि एक-दो दिन के अंदर ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार आने वाला है। इसके बाद सब कुछ साफ हो जाएगा। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ASI की रिपोर्ट आएगी, तो भाजपा एक नरेटिव सेट करेगी। हमें डर है कि कहीं 23 दिसंबर या 6 दिसंबर जैसी घटनाएं न हो जाएं। हम नहीं चाहते कि बाबरी मस्जिद जैसे मामले और खुल जाएं।
शनिवार सुबह 9 बजे ASI ने तीसरे दिन का सर्वे शुरू किया, जो शाम करीब 3 बजे तक चला। बीच में इसे 1 बजे से 3 बजे के बीच रोका गया था। ASI टीम के साथ हिंदू और मुस्लिम पक्ष के एक-एक वकील तहखाने में उतरे। शनिवार को शुरुआती 4 घंटे के सर्वे में चार टीमों ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। सर्वे की कार्रवाई गुरुवार से चल रही है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान भी 6 घंटे तक सर्वे किया गया था। ASI की 61 मेंबर्स की टीम सर्वे कर रही है। वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे होना है।
हिंदू पक्ष के वकील अनुपम द्विवेदी ने कहा कि ज्ञानवापी की 3D इमेजिंग, सैटेलाइट से मैपिंग (फ्रेमिंग-स्कैनिंग) में मूर्तियों के कुछ टुकड़े मिले हैं। साथ ही प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष हैं। एक-दो दिन के अंदर जीपीआर मशीन भी लगेगी। द्विवेदी ने बताया कि मुस्लिम पक्ष ने आज सहयोग किया। हमें सभी चाबियां मिल गई हैं। अंदर घुसने के बाद पूरी मैपिंग की गई। आज एएसआई की टीम ने मुख्य मस्जिद का हिस्सा, जिसे हॉल कहते हैं, वहां की पूरी मैपिंग की है। इसके अलावा व्यास जी के तहखाने में भी दाखिल हुई है।
मुस्लिम पक्ष आज सर्वे के दौरान मौजूद रहा। इंतजामिया कमेटी के वकील मुमताज परिसर से बाहर आए। उन्होंने कहा, अंदर सर्वे चल रहा है। हम संतुष्ट हैं। मस्जिद का ताला खोला गया है। मशीनें अंदर मौजूद हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। तहखाने को खोलने के लिए कहा गया है। अभी वो बंद है।
उन्होंने बताया कि अब तक सिर्फ चीजों को आंखों से देखकर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक वहां ना मिट्टी का सैंपल, ना कोई पत्थर का टुकड़ा ले सकते हैं। अंदर कमेटी से दो वकील और एक सचिव हैं। पिछले दो दिन के सर्वे में पूरे परिसर की पैमाइश (नाप) हो चुकी है। चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जा चुकी है। अब तक पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।