(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): फ्रांस में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। एक 17 साल के किशोर की हत्या के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब ‘बदले की आग’ के रूप में पूरे देश में फैल गया है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में पुलिस द्वारा एक लड़के को गोली मारे जाने की घटना के बाद पूरे देश में लगातार चार दिनों से लोग बड़े पैमाने पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान देशभर में भारी हिंसा और आगजनी भी जारी है। पुलिस प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन हिंसा बेकाबू होती जा रही है। खबरें हैं कि कई जगहों पर प्रदर्शनकारी पुलिस पर भारी पड़े। दंगों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने में विफल नजर आ रहे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की आलोचना पुलिस और जनता दोनों कर रहे हैं। इस बीच फ्रांस में फैली अशांति को काबू में करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग उठ रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
फ्रांस में लगातार चार दिनों से जारी दंगों के बीच खुद को जर्मनी के एक सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट प्रोफेसर जॉन कैम बताने वाले ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “फ्रांस में जारी दंगों को काबू करने के लिए भारत को योगीआदित्यनाथ को जरूर भेजना चाहिए और वह 24 घंटे में हालात पर काबू पा लेंगे।” हालांकि इस ट्विटर अकाउंट की सत्यता की पुष्टि इंडिया टीवी नहीं करता है। ये ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है और इसपर कई सारे लोग तरह-तरह के कमेंट भी कर रहे हैं।
फ्रांस में प्रदर्शनकारी सड़कों को ब्लॉक कर रहे हैं, आगजनी कर रहे हैं और इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों पर पटाखे भी फेंक रहे हैं। फ्रांस की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं। इतना ही नहीं, करीब 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है और प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प की घटनाओं में 200 पुलिस अधिकारी घायल हो गये।
गौरतलब है कि मंगलवार को ट्रैफिक चेकिंग के दौरान 17 वर्षीय नाहेल की हत्या का वीडियो सामने आया है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है और लोग काफी आक्रोशित हैं। इस घटना के बाद फ्रांस में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हुईं। लोगों का विरोध प्रदर्शन कल तीसरी रात भी जारी रहा। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने उपनगर क्लिची-सूस-बोइस के सिटी हॉल में आग लगा दी और ऑबर्विलियर्स में एक बस डिपो को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि पेरिस के कई इलाकों में लोगों के समूहों ने सुरक्षा बलों पर पटाखे फेंके।