(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): आजकल राहुल गांधी अमेरिका की यात्रा पर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का विदेशी दौरा हमेशा भारत की राजनीति में उफान लेकर आता है। अमेरिका पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रोग्राम में खालिस्तान समर्थकों ने नारेबाजी की। इन लोगों ने राहुल गांधी के संबोधन के दौरान खालिस्तान के झंडे भी लहराए। यह लोग अपने साथ इन झंडों को छिपाकर ले गए थे। खालिस्तान समर्थकों ने राहुल के सामने भारत के अलावा स्व. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ भी नारे लगाए। हालांकि, राहुल ने इसका जबाव ‘भारत जोड़ो के नारे’ और ‘मोहब्बत की दुकान’ से देने की कोशिश की फिर भी भारत विरोधी नारों पर उनका मुस्कुराना बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दे सकता है।
गौरतबल है कि राहुल गांधी छह दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं और बुधवार को भारतीयों के साथ उनकी पहली बातचीत थी जो पहले ही विवादों का केंद्र बन चुका है। नए संसद भवन पर अपनी टिप्पणी के लिए, कांग्रेस नेता पर एक बार फिर विदेशी धरती पर भारत का अपमान करने का आरोप लगाया गया है, जबकि खालिस्तान समर्थक नारों पर उनकी प्रतिक्रिया भी जांच के दायरे में आ गई है।
भाजपा के अमित मालवीय ने इसी वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में 1984 के सिख नरसंहार पर बात की। जो उनकी सरकार के द्वारा ही किया गया था। उन्होंने आगे लिखा कि ऐसी नफरत की आग लगी थी, जो अब तक नहीं बुझी है।
कार्यक्रम में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने कुछ ही मिनटों में सभी खालिस्तानी समर्थकों को दबोच लिया और उन्हें हॉल से बाहर निकाल दिया। इस पूरे वाकये के दौरान यह लोग भारत विरोधी नारेबाजी करते रहे। इनके हंगामे के दौरान माइक पर खड़े राहुल गांधी जवाब में ‘मोहब्बत की दुकान, मोहब्बत की दुकान’ कहते रहे। खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी के प्रोग्राम में हुए हंगामे की जिम्मेदारी ली है। पन्नू ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर खालिस्तानी समर्थकों के हंगामे का वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि अमेरिका दौरे के दौरान राहुल गांधी जहां-जहां जाएंगे, उनका इसी तरह विरोध किया जाएगा।