तस्कर बदल रहे थे बार बार शराब तस्करी का तरीका, ई-रिक्शा से अब इधर-उधर की जाने लगी शराब

पुलिस वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है, पुलिस को चकमा देने के लिए कोई न कोई दूसरा तरीका ढूंढ ही लेते है। अब शराब तस्करी के लिए स्कूटी, साइकिल, पैदल, पगडंडी रास्ता और ई-रिक्शा समेत सवारी गाड़ियों का इस्तेमाल होने लगा है। शराब के इस धंधे में महिलाएं भी उतर आई हैं। हाल के दिनों में उत्पाद टीम और पुलिस ने इसका खुलासा किया है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): बिहार के गोपालगंज में पुलिस हर रोज शराब तस्करी रोकने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है। पुलिस वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है, पुलिस को चकमा देने के लिए कोई न कोई दूसरा तरीका ढूंढ ही लेते है। अब शराब तस्करी के लिए स्कूटी, साइकिल, पैदल, पगडंडी रास्ता और ई-रिक्शा समेत सवारी गाड़ियों का इस्तेमाल होने लगा है। शराब के इस धंधे में महिलाएं भी उतर आई हैं। हाल के दिनों में उत्पाद टीम और पुलिस ने इसका खुलासा किया है।

उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि शराब के खिलाफ प्रतिदिन अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को यूपी से पैदल शराब की खेप लेकर आ रहे जलालपुर गांव के उमेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। उमेश सिंह की कमर से 15 बोतल शराब जब्त की गई। वहीं, उचकागांव थाने के नरकटिया गांव के पास से अजय कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया। कुचायकोट थाने के जलालपुर से सुकरौली गांव के तस्कर छोटन कुमार को 9 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया गया।

उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा चुनौती ई-रिक्शा वाले बन रहे हैं। नगर थाना क्षेत्र के बंजारी मोड़ के पास एक ई-रिक्शा जब्त किया गया। इस ई-रिक्शा की सीट कवर के नीचे छिपाकर 81 लीटर शराब रखी गई थी। इस मामले में देवापुर आशा राउत टोला के सिपाही कुमार यादव और उचकागांव थाने के सिसवनिया गांव के धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। एक तस्कर नाबालिग निकला। उत्पाद पुलिस ने इन सभी मामलों में उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर तस्करों के नेटवर्क को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।

crimepolice