(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने 17 घंटे तक चली छापामारी के बाद तमिलनाडु के ऊर्जा, उत्पाद एवं मद्यनिषेध मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को धनशोधन के एक मामले में चेन्नई से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद सेंथिल बालाजी को 28 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सेशन कोर्ट के चीफ जस्टिस एस अली ने उस सरकारी अस्पताल का दौरा किया, जहां बालाजी को बुधवार सुबह आदेश जारी होने से पहले भर्ती कराया गया था। काफी देर तक पूछताछ करने के बाद बालाजी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने उनके चेन्नई, करूर स्थित उनके आवास और सचिवालय स्थित दफ्तर में घंटों छापामारी की। बालाजी तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन नीत सरकार में केंद्रीय एजेंसी की इस तरह की कार्रवाई का सामना करने वाले पहले मंत्री हैं।
अब इसे लेकर विपक्ष भी हमलावर हो गया है खरगे ने एक बयान में कहा, “यह (बालाजी के खिलाफ कार्रवाई) कुछ और नहीं, बल्कि मोदी सरकार द्वारा उन लोगों के खिलाफ राजनीतिक उत्पीड़न और प्रतिशोध की कार्रवाई है, जो उसका विरोध करते हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, “विपक्ष में कोई भी ऐसे कदमों के सामने झुकने वाला नहीं है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सीबीआई और ईडी का नाम बदलकर ‘बीजेपी सेना’ कर देना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सीबीआई और ईडी का नाम बदलकर “बीजेपी सेना” रख देना चाहिए। एक ज़माना था जब इन जांच एजेंसियों की इज़्ज़त थी। ये कही छापे मारते थे या किसी को गिरफ़्तार करते थे तो लगता था उस व्यक्ति ने कुछ ग़लत किया होगा। आज ये एजेंसियां केवल भाजपा का राजनीतिक हथियार बनकर रह गयीं हैं।’’ बाद में केजरीवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया, ‘‘ईडी और सीबीआई भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे है। सभी भ्रष्ट लोगों को भाजपा की शरण में मिल रही है।’’