UNGA में विदेश मंत्री जयशंकर बोले- भारत शांति के पक्ष में लेकिन आतंकवाद बर्दाश्त नहीं, चीन-पाक को भी खूब सुनाया

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ):  विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए आतंकवाद के मसले पर चीन और पाकिस्तान को जमकर निशाना साधा है। उन्होंने परोक्ष रूप से इन दोनों देशों पर निशाना साधते हुए कहा,हम आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेंगे। संयुक्त राष्ट्र में घोषित आतंकवादियों का बचाव करने वाले देश न तो अपने हितों और न ही अपनी प्रतिष्ठा को ध्यान में रख रहे हैं।  उन्होंने कहा कि आतंकवाद के किसी भी कृत्य को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत बड़ी जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार है।

उन्होंने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि मैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश से 130 करोड़ लोगों की शुभकामनाएं लेकर आया हूं। भारत अपनी आजादी के 75 साल मना रहा है, जिसे हम आजादी का अमृत महोत्सव कह रहे हैं। इस दौर की कहानी लाखों भारतीयों के परिश्रम, दृढ़ संकल्प और उद्यम की है। यह नया भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में अपने विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर पांच प्रण लिए थे। हम भारत को विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने दुनिया को वैक्सीन दी, लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। आज हमारा फोकस ग्रीन ग्रोथ, एक्सेसबल हेल्थ पर है। दुनिया कोरोना के बाद आर्थिक संकट से गुजर रही है। फ्यूल, फर्टिलाइजर और फूड को लेकर संकट बना हुआ है।

एस जयशंकर ने अपने संबोधन में आगे कहा कि भारत में डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से 80 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा के तहत राशन उपलब्ध कराया जा चुका है. उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत ने एक विकसित देश बनने का लक्ष्य रखा है। भारत जी-20 की अध्यक्षता, आतंकवाद से निपटने वाली कमेटी की अध्यक्षता करने जा रहा है। विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर हमसे पूछा जाता है कि हम किसके पक्ष में हैं और हमारा जवाब हर बार सीधा और ईमानदार होता है। भारत शांति के पक्ष में है। हम उस पक्ष में हैं जो बातचीत और कूटनीति को ही एकमात्र रास्ता बताता है।

 

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