PM मोदी 5 दिवसीय South east Asia दौरे पर हुए रवाना, जानिए क्या है कार्यक्रम
(एनएलएन मिडिया -न्यूज़ लाइव नाउ) :पीएम मोदी आज 5 दिवसीय दौरे पर तीन देशों इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर के लिए रवाना हुए। पीएम मोदी का ये दौरा 'दक्षिण-पूर्वी एशिया संपर्क अभियान' के लिए अहम माना जा रहा है।
(एनएलएन मिडिया -न्यूज़ लाइव नाउ) :पीएम मोदी आज 5 दिवसीय दौरे पर तीन देशों इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर के लिए रवाना हुए। पीएम मोदी का ये दौरा ‘दक्षिण-पूर्वी एशिया संपर्क अभियान’ के लिए अहम माना जा रहा है। अपने इस दौरे के बीच में गुरूवार को वे कुछ समय के लिए समय निकाल कर कुआलालंपुर भी जायेंगे जहां वे मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से भी मुलाकात करेंगे। शायद ऐसा पहली बार होगा जब एक भारतीय प्रधानमंत्री का मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया और मलेशिया में रमादान के पवित्र महीने में स्वागत किया जाएगा। आपको बता दें कि, पीएम मोदी के इस दौरे का मकसद इन देशों के साथ रक्षा और व्यापार क्षेत्रों में संबंध मजबूत करना है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते इंडोनेशिया और सिंगापुर के दौरे पर जाकर भारत और दक्षिण-पूर्वी एशिया के रिश्तों, खासकर व्यापारिक संबंधों को और प्रगाढ़ करेंगे। मोदी 29 मई को इंडोनेशिया पहुंचेंगे और वहां से सिंगापुर के लिए 31 मई को तीन दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगे।सिंगापुर में प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के अपने प्रतिपक्षी से मुलाकात करेंगे। 17वें शंग्रीला वार्ता के दौरान वे कुछ अहम देशों के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष संबोधित करेंगे। लंदन में मोदी की राष्ट्रमंडल देशों की सरकारों के प्रमुखों समेत चीन, रूस और फ्रांस के प्रमुखों से वन-ऑन-वन वार्ता के बाद पहली बार वह वैश्विक स्तर पर अपना भाषण देंगे। शंग्रीला वार्ता में भी पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री संबोधन करेगा। वह एशिया से जुड़े मुद्दों पर भारत का रुख रखेंगे। यह वार्ता वर्ष 2002 से हर साल एशिया-प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न देशों के रक्षा मंत्रियों, सैन्य अफसरों के बीच होती है।पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार यानि 29 मई को पहले सिंगापुर के दौरे पर जायेंगे। सिंगापुर के क्लिफर्ड पीयर में महात्मा गांधी की एक नाम पट्टिका का अनावरण करेंगे। महात्मा गांधी की अस्थियों के कुछ अंश को यहां भी प्रवाहित किया गया था। वर्ष 1948 में महात्मा गांधी की अस्थियों को देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवाहित किया गया था। ऐसा सिंगापुर समेत विश्व के कई हिस्सों में भी किया गया था। औपनिवेशिक सरकार के समय से क्लिफर्ड पीयर सिंगापुर के समुद्री किनारे का सुविख्यात हिस्सा है। फिलहाल इस जगह का पुनरुद्धार करके यहां ‘द क्लिफर्ड पीयर’ नाम से एक भव्य रेस्तरां बनाया गया है। बताया जाता है कि सिंगापुर में पीएम मोदी 17वें शंग्रीला वार्ता को संबोधित भी करेंगे। आपको बता दें कि मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर एशियन देशों में भारत के रणनीतिक भागीदार हैं। भारत सरकार शुरू से ही एशियन देशों के साथ अपने रिश्ते मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।