किताबों से बनी चिता, UPSC अभ्यर्थी की हत्या के बाद प्रेमिका अमृता ने की भयावह साजिश, शव के टुकड़े बरामद

(न्यूज़लाइवनाउ-Delhi) दिल्ली के तिमारपुर स्थित गांधी विहार में हुई यूपीएससी छात्र रामकेश मीणा की हत्या अब तक के सबसे योजनाबद्ध अपराधों में से एक मानी जा रही है। जांच में सामने आया कि आरोपी अमृता चौहान ने अपने फोरेंसिक साइंस के ज्ञान का इस्तेमाल करके हत्या को हादसे का रूप देने की कोशिश की। परंतु मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज ने उसकी सारी चालें नाकाम कर दीं।

अमृता ने अपने पुराने प्रेमी सुमित कश्यप के साथ मिलकर पहले कई अपराध आधारित वेब सीरीज देखीं ताकि कोई गलती न हो। इसके बाद दोनों ने रामकेश की बेरहमी से पिटाई की और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को उन्होंने बेड पर लिटाया, उस पर घी और रिफाइंड तेल डाला, और कमरे में रखी मोटी किताबों से एक चिता तैयार की। शराब की पूरी बोतल किताबों पर उड़ेल दी गई ताकि आग तेज़ी से फैले।

सुमित, जो मुरादाबाद में एलपीजी वितरक है, गैस सिलिंडर के विस्फोट की बारीकियां जानता था। उसने रसोई से सिलिंडर निकालकर रामकेश के सिर के पास रखा और धीरे-धीरे गैस छोड़ने लगा। दरवाजे की जाली को इस तरह सेट किया गया कि आग लगने पर हादसा “प्राकृतिक” लगे। फिर दोनों ने कमरे में आग लगाई और रात करीब 2:57 बजे चेहरे ढककर फ्लैट से निकल गए।

कुछ देर बाद सिलिंडर में धमाका हुआ और कमरा जलकर राख हो गया। पुलिस और दमकल कर्मियों को शुरुआत में यह गैस लीक का हादसा लगा, लेकिन फोरेंसिक जांच ने शक पैदा किया।

जांच में खुला राज

एफएसएल टीम ने देखा कि विस्फोट रसोई में नहीं बल्कि कमरे में हुआ था। यह असामान्य था। परिजनों के शक और घटनास्थल की विसंगतियों के चलते पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला। उसमें दिखा कि रात 8:30 बजे दो युवक फ्लैट में दाखिल हुए और कुछ देर बाद एक युवक भागता दिखाई दिया। बाद में रात करीब 3 बजे दो लोग चेहरा ढके बाहर निकलते दिखे — जिनमें एक अमृता जैसी लग रही थी।

लोकेशन ट्रैकिंग से पता चला कि घटना के समय अमृता उसी फ्लैट में थी। उसका मोबाइल कई दिनों से बंद आ रहा था। पुलिस ने उसके कॉल रिकॉर्ड निकाले और छापेमारी शुरू की।

18 अक्टूबर को पुलिस ने अमृता को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने पूरा राज खोल दिया। फिर 21 अक्टूबर को सुमित और 23 अक्टूबर को उनके साथी संदीप कुमार को भी दबोच लिया गया। तीनों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया।

हत्या की वजह

रामकेश और अमृता की मुलाकात मई 2025 में हुई थी और जल्द ही दोनों लिव-इन में रहने लगे। परंतु अमृता को तब झटका लगा जब उसे पता चला कि रामकेश ने उनके कुछ निजी वीडियो और तस्वीरें अपने पास सुरक्षित रखी हैं। उसने बार-बार उन्हें डिलीट करने को कहा, लेकिन रामकेश टालता रहा। यह बात अमृता के लिए अपमानजनक बन गई। उसने सुमित से संपर्क किया और रामकेश को “सबक सिखाने” की साजिश रच डाली।

घटना वाली रात सुमित अपने दोस्त संदीप के साथ अमृता के फ्लैट पर पहुंचा। पहले उन्होंने रामकेश को पीटा, फिर गला घोंट दिया। हत्या के बाद संदीप वहां से निकल गया जबकि अमृता और सुमित ने फ्लैट की तलाशी लेकर हार्ड डिस्क और दो लैपटॉप ले लिए।

अमृता ने अपने कपड़े ट्रॉली बैग में भरे, रामकेश की शर्ट पहनकर फ्लैट छोड़ा और फरार हो गई।

रामकेश मीणा – मूल रूप से राजस्थान का निवासी, बीटेक पास, यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली में किराए के फ्लैट में रहता था।

अमृता चौहान – मुरादाबाद की रहने वाली, फोरेंसिक साइंस से बीएससी कर चुकी, वर्तमान में कंप्यूटर साइंस में पढ़ाईरत।

सुमित कश्यप – अमृता का पूर्व प्रेमी, मुरादाबाद में एलपीजी गैस वितरक।

संदीप कुमार – सुमित का मित्र, एसएससी की तैयारी कर रहा था; उसका दावा है कि उसे हत्या की योजना की जानकारी नहीं थी, केवल हार्ड डिस्क बरामद करने के लिए बुलाया गया था।