फ्रांस के बाद अब अबू धाबी पहुंचे पीएम मोदी, राष्ट्रपति शेख बिन से करेंगे मुलाकात

नरेंद्र मोदी फ्रांस की दो दिन की यात्रा पूरा करने के बाद अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंच गए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया, भारत-फ्रांस संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करने वाली सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस को अलविदा कहा। प्रधानमंत्री अब अपनी यात्रा के अगले चरण के लिए अबू धाबी पहुंच चुके है। इस मौके पर पीएम ने कहा कि वह बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की दो दिन की यात्रा पूरा करने के बाद अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंच गए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया, भारत-फ्रांस संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करने वाली सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस को अलविदा कहा। प्रधानमंत्री अब अपनी यात्रा के अगले चरण के लिए अबू धाबी पहुंचे। इस मौके पर पीएम ने कहा कि वह बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से बातचीत को लेकर उत्सुक हैं। मोदी के एयरपोर्ट पहुंचने पर संयुक्त अरब अमीरात के शहजादे शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। यह मोदी की यूएई की पांचवीं यात्रा है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘अबू धाबी पहुंच गया हूं। मैं भारत-संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के लिए शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से साथ चर्चा करने को लेकर उत्सुक हूं। आज हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए शहजादे शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान का आभारी हूं।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूएई में होने वाले ‘कॉप28’ के अध्यक्ष नामित डॉ. सुल्तान अल जाबेर से सार्थक बैठक की।

पीएम मोदी को 2019 में यूएई के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद से सम्मानित किया गया था। नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद ये UAE का 5वां दौरा है जो भारत और UAE के गहरे होते संबंधों का भी प्रमाण है। पिछले साल ही भारत और यूएई के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे हुए थे। ऐसे में भारत अरब देशों के साथ भी अपने संबंधों को लगातार बेहतर कर रहा है. उसके पीछे भी एक बड़ी वजह रूस और चीन के बीच बढ़ती जुगलबंदी है। पाकिस्तान को साधने के लिए भी भारत सऊदी अरब और यूएई दोनों के साथ अपने रिश्तों को मजबूत बनाए रखता है।

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