(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप है कि राष्ट्रपति रहने के दौरान उन्होंने सैकड़ों गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रखा। साथ ही गलत बयानबाजी भी की। जांच एजेंसियों ने ट्रंप के खिलाफ सात आपराधिक मामलों में आरोप तय किए हैं।अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुस्किले लगातार बढ़ती जा रही है उनके ऊपर एक के बाद एक आरोप लग रहे हैं। अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक मामले में अभियोग लगाया गया है। ट्रंप पर अब व्हाइट हाउस से वर्गीकृत दस्तावेज अपने आवास ले जाने के मामले में अभियोग लगा है।
ये आरोप उस समय सामने आए हैं, जब देश में अगले राष्ट्रपति चुनाव की हलचल तेज होने लगी है और ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन में उम्मीदवारी पाने की होड़ शुरू हो गई है। अमेरिकी चुनाव से पहले वर्गीकृत दस्तावेज का मसला ट्रंप के लिए घातक साबित हो सकता है। ट्रंप इसे साजिश बताते हुए सत्ताधारी दल पर हमलावर हैं। ट्रंप पर आरोप है कि राष्ट्रपति रहने के दौरान उन्होंने सैकड़ों गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रखा। साथ ही गलत बयानबाजी भी की। जांच एजेंसियों ने ट्रंप के खिलाफ सात आपराधिक मामलों में आरोप तय किए हैं। सरकार की राष्ट्रीय अभिलेखागार और अभिलेख एजेंसी (एनएआरए) ने उन्हें सूचित किया कि वह ओरिजिनल रिकॉर्ड्स वाले दो दर्जन बक्सों को वापस करने में विफल रहे हैं। इस मामले की जांच मई 2022 में ट्रंप को मिले एक समन के साथ से शुरू हुई।
नेशनल आर्काइव ने ट्रंप के व्हाइट हाउस में रहने के दौरान उनसे और उनकी टीम से राष्ट्रपति रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेज लौटाने की मांग की थी। हालांकि, कई महीने बाद करीब 200 गोपनीय दस्तावेज लौटाए गए। पिछले साल अगस्त में अमेरिका की प्रमुख जांच एजेंसी फेडरल इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (एफबीआई) ने इस मामले में फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के निवास मार-ए-लेगो पर छापा मारा था। तब एफबीआई ने दावा किया था कि उसे वहां 100 क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट मिले हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, न्याय विभाग ने डोनाल्ड ट्रंप पर गोपनीय जानकारी अपने पास रखने और न्याय में बाधा डालने से संबंधित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों में से एक यह भी है कि उन्होंने पेंटागन पर “हमले की योजना” के बारे में बताया और एक सैन्य अभियान से संबंधित एक गोपनीय नक्शे को साझा किया। संघीय अभियोजकों ने उन पर अमेरिकी परमाणु और रक्षा कार्यक्रमों से जुड़े टॉप सीक्रेट फाइलें अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर जानकारी दी कि उन्हें मयामी स्थित फेडरल कोर्ट में अगले मंगलवार (13 जून) को पेश होने को कहा गया है। ट्रंप ने मीडिया को बताया कि वे कोर्ट में खुद को निर्दोष बताएंगे और यह मुकदमा लड़ेंगे। अपने खिलाफ नए आरोप लगने के बाद ट्रंप ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘उन्होंने कभी नहीं सोचा था अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसी चीजें भी होंगी! जिस व्यक्ति को अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के मुकाबले सबसे ज्यादा वोट मिले और अभी भी मौजूदा राष्ट्रपति के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय है, उसके साथ ऐसा हो रहा है। मैं बेगुनाह हूं।’
ट्रंप ने कहा कि ‘यह अमेरिका के इतिहास का काला दिन है। एक देश के तौर पर हमारा तेजी से ह्रास हो रहा है लेकिन साथ मिलकर हम फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे’। पिछले महीने ट्रंप को मैनहैटन संघीय अदालत ने 1990 के दशक में एक महिला के साथ यौन शोषण और मानहानि के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने डोनाल्ड ट्रंप पर पांच मिलियन अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी लगाया था।