आगरा : सोते रहे कानून के रखवाले, सराफा कमेटी के अध्यक्ष और उनकी पत्नी की डकैतों ने लूट के बाद की निर्मम हत्या।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : आगरा के शमसाबाद क्षेत्र में हुई एक जघन्य वारदात से लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। यहां सराफ और उनकी पत्नी की हत्या कर दी गई। शनिवार की सुबह दोनों के शव मकान में पड़े मिले। वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई है। शमसाबाद निवासी सराफ मुकलेश सराफा कमेटी के अध्यक्ष थे। शुक्रवार रात को मुकलेश गुप्ता (60) और उनकी पत्नी लता (55) की हत्या कर दी गई। घटना का पता तब चला जब शनिवार सुबह नौकरानी काम करने पहुंची। मकान का दरवाजा खुला था। नौकरानी ने अंदर जाकर देखा तो वो चीख पड़ी। मुकलेश और लता के शव कमरे में पड़े थे। सामान अस्त-व्यस्त था। नौकरानी के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुट गए। सूचना मिलते ही फोर्स के साथ एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल पर छानबीन के लिए फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। सराफ और उनकी पत्नी के हाथ बंधे थे। पास में बिजली का तार भी पड़ा था। आशंका है कि हत्यारों ने दंपती को करंट भी लगाया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है। सराफ दंपती मकान में अकेले रहते थे। उनकी तीन बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। पुलिस के अनुसार सराफ और उनकी पत्नी के शव घर के अंदर मिले हैं। प्रथम दृष्टया गला घोंटकर उनकी हत्या की गई है।
मकान में लगा सीसीटीवी कैमरा भी गायब है। आशंका है कि लूट के बाद हत्या की गई है। बदमाशों ने पहले उनके सिर पर भारी वस्तु से प्रहार करके बेहोश किया है और फिर विद्युत करेंट लगाकर तड़पा-तड़पा कर हत्या की। इस दौहरे हत्याकांड एवं डकैती से शमसाबाद ही नहीं, समूचा जिला दहल गया है। आज सुबह जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स एवं डॉग स्कवॉड मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुटा हुआ था। बदमाश आसपास के ही बताये जा रहे हैं। डॉग स्क्वॉड कुम्हारों की गली से निकल कर दाऊजी के मंदिर तक जाने के बाद ठिठक कर रह गये।
बताया जाता है कि वारदात सोमवार सायं आठ बजे की है। मुकलेश और उनकी पत्नी हरसहाय मुहल्ले में अकेले ही रहते हैं। मुकलेश की सर्राफे की गद्दी पास में ही बाजार में है। वह गहने गिरवी रखने का काम भी करते थे। सायं छह बजे वह दुकान बंद करके घर आ जाते हैं। इसके बाद खाना खाकर अपने मित्र के यहां जाकर बैठते हैं। मृतक मुकलेश के भाई सर्वेश ने, जो कि घटना के बारे में पता होते ही शमसाबाद के लिए रवाना हो गये थे, ने अनुमान के अनुसार बताया कि रात आठ बजे के करीब दरवाजा खटखटाये जाने पर कारोबारी की पत्नी ने समझा कि मुकलेश आ गये हैं, उन्होंने दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खुलते ही बदमाशों ने उन्हें कवर कर लिया और किचन की तरफ ले गये। उनसे लॉकर्स और अलमारियों की चाबी लेकर उनकी भारी वस्तु से सिर पर प्रहार करके हत्या कर दी। अनुमान है कि मुकलेश के घर लौटने से पहले ही उनकी पत्नी की हत्या कर दी गयी थी। बदमाश उस समय तक संभवत: माल समेटने में लगे होंगे। मुकलेश के आते ही उन्हें किचन की तरफ ही खींच कर ले जाया गया होगा। उनके सिर पर भी भारी वस्तु से प्रहार किया। बाद में दोनों को ही बिजली के करेंट से जलाने की कोशिश की गयी। जिस तरह प्रतिष्ठित कारोबारी मुकलेश और उनकी पत्नी की हत्या करके लूट की गयी है, उससे प्रतीत होता है कि किसी परिचित का ही इसके पीछे हाथ हो सकता है। बदमाशों ने इत्नीनान के साथ घर का कौना-कौना खंगोला है, घटना की जानकारी सुबह नौ बजे उस समय हुई, जब काम करने वाली महिला वहां पहुंची।
समाचार लिखे जाने तक एडीजी अजय आनंद, फतेहपुरसीकरी के सांसद राजकुमार चाहर, विधायक फतेहाबाद जितेंद्र वर्मा, पूर्व विधायक डा. राजेंद्र सिंह के अलावा हजारों लोग पहुंच चुके थे। हत्याओं के विरोध में शमसाबाद का बाजार बंद रखा गया है। लोग घटना के खुलासे की मांग कर रहे हैं।प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबारी एवं समाजसेवी मुकलेश और उनकी पत्नी की हत्या से शमसाबाद क्षेत्र में जबर्दस्त आक्रोश और शोक व्याप्त है। वारदात की भनक लगते लोग हरसहाय मुहल्ले में उनके आवास के बाहर जमा हो गये। शमसाबाद माथुरवैश्य समाज के लोगों का गढ़ माना जाता है। समाचार लिखे जाने के समय तक बाजार में एक भी दुकान नहीं खुली थी। कस्बा के लोगों का कहना है कि घटना का जल्द से जल्द खुलासा करके दोषियों को फांसी पर चढ़ाया जाना चाहिए। बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक डा. राजेन्द्र सिंह ने मौके पर पहुंच कर पुलिस से अविलंब घटना का खुलासा करने को कहा।
घर में मृतक सराफ मुकेश गुप्ता और उनकी पत्नी लता ही रहते थे। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से घर में सीसीटीवी लगा रखा था। बदमाश इतने चालाक निकले कि जाते समय सीसीटीवी भी साथ ले गए। थाना शमसाबाद पुलिस ने मौका मुआयना किया। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि घटना का जल्दी ही खुलासा कर दिया जाएगा।
स्व. ओमप्रकाश सर्राफ के चार बेटे थे। इनमे सबसे बड़े बेटे डा. अवधेश गुप्ता हैं जो कि शमसाबाद में ही काम करते हैं, दूसरे बेटे डा. अखिलेश गुप्ता थे जिनका पहले ही निधन पहले हो चुका है। सबसे छोटे बेटे सर्वेश गुप्ता हैं। इन चार बेटों में मुकलेश तीसरे नंबर के थे। पुराने समय से ही आगरा का यह गुप्ता परिवार बेहद प्रतिष्ठित घरानों में गिना जाता है।