चेन्नई
एआईएडीएमके के पन्नीरसेल्वम और पलनिसामी गुटों की मीटिंग शशिकला और उनके भतीजे को ताकत दिखाने के लिए हुई थी, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया। दरअसल, शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनकरन के खिलाफ दोनों धड़ों की एकजुटता दिखाने वाली इस मीटिंग में पार्टी के 27 विधायक नहीं पहुंचे, जबकि 21 पुद्दुचेरी के एक रिजॉर्ट में हैं। इस तरह दोनों धड़ों के मिलकर सरकार बनाने के प्लान को करारा झटका लगता दिख रहा है। हालांकि सोमवार को मीटिंग के दोनों धड़ों ने 12 सितंबर को पार्टी की जनरल काउंसिल और ऐग्जिक्यूटिव मीटिंग का ऐलान किया।
इस दिन दोनों धड़े जेल में बंद वीके शशिकला को पार्टी महासचिव और उनके भतीजे को डेप्युटी महासचिव के पद से हटाने का ऐलान कर सकते हैं। दिनाकरन के समर्थक कहे जाने वाले विधायकों को इस मीटिंग में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन दोनों धड़ों को झटका उस वक्त लगा जब पलनिसामी और पन्नीरसेल्वम के ही भरोसेमंद कहे जाने वाले 27 अन्य विधायक बैठक में नहीं पहुंचे। हालांकि अब भी इन दोनों गुटों का कहना है कि हमारे पास 112 से 117 विधायक हैं। पार्टी मुख्यालय की ओर से शाम को जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 12 सितंबर को अब जनरल काउंसिल की मीटिंग का आयोजन होगा।