महाराष्ट्र सरकार गठन पर कांग्रेस ने संसद में किया हंगामा।
विपक्ष की लगातार नारेबाजी के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित करनी पड़ी।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : महाराष्ट्र में NCP और BJP की गठबंधन सरकार को रास नहींआ रही। संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्ष ने दोनों सदनों में हंगामा किया। इसके बाद, लोकसभा की कार्रवाई दिन भर के लिए और राज्यसभा की कार्रवाई मंगलवार दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सांसदों ने नारे लगाए- संविधान की हत्या बंद करो। राहुल गांधी ने कहा- मैं सदन में सवाल पूछना चाहता हूं, लेकिन जब महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है तो इसका कोई मतलब नहीं। विपक्ष की लगातार नारेबाजी के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस सांसदों ने सोनिया गांधी की अगुआई में संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया। लोकसभा की वेल में हंगामे और नारेबाजी के दौरान मार्शलों ने कुछ सांसदों को सदन से बाहर निकाल दिया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि इस दौरान महिला सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। हमें लोकसभा में इस तरह के बर्ताव की उम्मीद नहीं थी। हम इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस सांसद हिबी एडेन ने कहा कि मार्शलों ने हमसे बैनर छीनने की कोशिश की। जिसका विरोध करने पर महिला सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार हुआ। कांग्रेस, माकपा और अन्य विपक्षी दलों ने दोनों सदन में महाराष्ट्र के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के चीफ व्हिप के सुरेश ने महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। वहीं, माकपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी इसी मुद्दे को लेकर राज्यसभा की कार्यवाही निलंबित करने की मांग की थी।
आज शीतकालीन सत्र की कार्यवाही का छठा दिन है। केंद्र सरकार महत्वपूर्ण फाइनेंस बिल पेश करेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में आयकर अधिनियम कानून, 1961 में संशोधन के लिए बिल पेश कर सकती हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ई-सिगरेट पर प्रतिबंध को लेकर पेश किए बिल पर अपनी बात रखेंगे।
पिछले हफ्ते विपक्ष ने दोनों सदन में इलेक्टोरल बॉन्ड, गांधी परिवार की सुरक्षा घटाने, जेएनयू फीस विवाद, कश्मीर में नेताओं की हिरासत समेत अन्य मुद्दों को लेकर हंगामा किया था। वहीं, पिछले 5 कामकाजी दिनों में चिट फंड (संशोधन) विधेयक लोकसभा और सरोगेसी बिल राज्यसभा में तीखी बहस के बाद पारित हुआ।