योगी जी के ताजमहल गिराने के निर्णय में हमारा सहयोग: आजम खान

उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री आजम खान ने पर्यटन स्थलों की लिस्ट से ताजमहल का नाम बाहर होने पर योगी सरकार पर तंज सका है. आजम ने कहा कि ताजमहल, कुतुब मीनार, लाल किला और संसद गुलामी की निशानी हैं, यूपी सरकार ने अच्छी पहल की है.

यही नहीं आजम खान ने यूपी में सत्ताधी बीजेपी सरकार के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जमाने में बात चली थी कि ताजमहल को गिराना चाहिए, अगर योगी जी इस तरह का निर्णय लेंगे तो उन्हें हमारा भी सहयोग रहेगा.

सोमवार को यूपी सरकार की ओर से पर्टन स्थनों पर एक बुकलेट जारी किया गया था. इस बुकलेट में ताजमहल को ही शुमार नहीं किया गया जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर को जगह दी गई है. इसके बाद इस मामले पर विवाद बढ़ गया और विपक्षी दलों ने सीएम योगी और बीजेपी पर निधाना साधना शुरू कर दिया.

योगी सरकार ने इस मामले पर सफाई भी दी है. एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा गया कि प्रो-पुअर पर्यटन योजना के तहत ताजमहल और उससे जुड़े क्षेत्र के विकास के लिए 156 करोड़ रूपए का प्रस्ताव वर्ल्ड बैंक के पास प्रस्तावित हैं. इस योजना पर अगले तीन माह में स्वीकृति अपेक्षित है. इसके अलावा ताजमहल और आगरा किले के बीच शाहजहां पार्क और वॉक वे के पुनरुद्धार के लिए 22 करोड़ 66 लाख रूपए की परियोजना भी सम्मलित की गई है.

आपको बता दें कि ताजमहल को लेकर सीएम योगी अक्सर सुर्ख़ियों में रहते हैं. दरभंगा में एक जनसभा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने ताजमहल पर टिपण्णी करते हुए कहा था की यह हमारी संस्कृति से मेल नहीं खाती इसलिए बदलाव आया है और अब लोग ताजमहल की प्रतिमा की बजया गीता और रामायण भेंट करते हैं.

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