(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): अरुणाचल के तवांग क्षेत्र में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों में झड़प के बाद चीन की नेवी को एक और बड़ा झटका लगा है। जानकारी के मुताबिक चीन का जासूसी जहाज यांग वांग-5 कुछ दिन पहले हिंद महासागर क्षेत्र में आया था। अब चीनी पोत को भारतीय सीमा क्षेत्र से बाहर निकाल दिया गया है।
भारतीय नौसेना हिंद महासागर में रखती है पैनी नजर
चीनी अनुसंधान पोत के हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश करने के समय से ही भारतीय नौसेना उसकी निगरानी कर रही थी। ट्रैकिंग और निगरानी उपकरणों से लैस यह पोत सुंडा जलडमरूमध्य से हिंद महासागर क्षेत्र में आया था। युआन वांग-5 पोत को लेकर चीन दावा करता है कि यह एक शोध करने वाला पोत है, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है। चीन का जासूसी पोत बैलिस्टिक मिसाइल और सैटेलाइटों को ट्रैक करता है।
चीन के इस पोत युआन वांग-5 का उपयोग चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) करती है। इस पोत पर चीनी सेना के करीब 2,000 नौसैनिक तैनात रहते हैं। इस चीनी शोध पोत को जासूसी करने वाला जहाज कहा जाता है। युआन वांग-5 का उपयोग पीएलए द्वारा उपग्रहों और बैलिस्टिक मिसाइलों को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।