नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते केजरीवाल सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में फिर से ऑड-ईवन लागू होगा. पहला ऑड-ईवन 13 से 17 नवंबर तक चलेगा. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा शाम तक दिल्ली सरकार कर सकती है. वहीं इससे पहले दिल्ली में जहरीली गैस के बढ़़ते असर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सरकार जल्द ऑड ईवन पर फैसला लेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है और सिर्फ कुछ जरूरत की चीजें लाने वाले ट्रकों को ही दिल्ली में एंट्री की इजाजत दी गई है. इससे दिल्ली की जनता को कुछ परेशानी जरूर होगी. उन्होंने कहा कि जब तक पंजाब और हरियाणा में फसल में आग लगाने की प्रथा को रोका नहीं जाएगी दिल्ली हर साल इस समस्या का हल नहीं निकाल पाएगी.
(दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए)
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में इस धुएं की वजह मुसीबत आ रही है और इस जहरीली हवा से पूरा उत्तर-भारत बीमार होता रहेगा. उन्होंने कहा कि किसानों को और आर्थिक मदद देनी होगी.केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान पर भी कहा कि किसानों पर फाइन लगाने से कुछ नहीं होगा. हरियाणा के सीएम ने कहा था कि फसल को आग लगाने के चलते 250 किसानों पर फाइन लगाया गया है.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि प्रदूषण से हालात बेहद गंभीर हैं. ऐसे में राजनीति को एक तरफ रखकर सभी को मिलकर काम करना होगा. उन्होंने प्रदूषण के कारणों पर कहा कि फसल जलाना कारण हो सकता है,लेकिन प्रदूषण स्थानीय कारणों से नहीं फैला है. उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण उत्तर भारत गैस चैम्बर बना हुआ है, सिर्फ दिल्ली के कदम उठाने से माहौल ठीक नहीं होगा.
दिल्ली में जहरीली गैस के मुद्दे पर गुरुवार को हाईकोर्ट और एनजीटी ने कड़ा रुख अख्तियार किया. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि राज्य सरकारर ऑर्ड-ईवन लाने पर विचार करें और पर्यावरण इस मुद्दे पर तीन दिन में बैठक करे. वहीं एनजीटी ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि अभी तक नकली बारिश क्यों नहीं कराई.