लेक्चर हॉल में बैठने की जगह प्रभावित कर सकती है आपका ग्रेड

अध्ययन में बताया गया है कि किस तरह से छात्र लेक्चर हॉल में अपने बैठने की जगह का चळ्नाव करते हैं और इसका क्या असर उनकी परीक्षा के परिणामों पर पड़ता है

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कॉलेज में लेक्चर के दौरान लेक्चर हॉल में छात्रों के बैठने की स्थिति से उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है। यह बात एक अध्ययन में सामने आई है। अध्ययन में बताया गया है कि किस तरह से छात्र लेक्चर हॉल में अपने बैठने की जगह का चळ्नाव करते हैं और इसका क्या असर उनकी परीक्षा के परिणामों पर पड़ता है।बता दें कि उच्च शिक्षा में लेक्चर ही पढ़ाई का सबसे प्रमुख तरीका होता है। इस दौरान छात्र जिस प्रकार लेक्चर हॉल के वातावरण में खुद को ढालते हैं और वहां संवाद करते हैं, वही उनके सीखने का सबसे अच्छा तरीका होता है। ब्रिटेन की शेफील्ड हालम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस बात पर शोध किया कि छात्र किस प्रकार लेक्चर हॉल में निर्धारित जगह का बैठने के लिए चुनाव करते हैं और यह उनके प्रदर्शन को किस प्रकार प्रभावित करता है।यूनिवर्सिटी के डेविड पी स्मिथ का कहना है कि आपस में बातचीत सीखने का सबसे सही तरीका है। ऐसे में यह जानकर कि कौन सा स्टूडेंट किससे बात कर रहा है, हम पाठ योजना को आसानी से तैयार कर सकते हैं। कई छात्र ऐसे होते हैं जो अपने मित्रों के साथ बैठना पसंद करते हैं और कई ऐसे होते हैं जो ऐसी जगह बैठना पसंद करते जहां किसी का ध्यान उन पर न जाए। कुछ छात्र ऐसी जगह का चुनाव करते हैं जहां से उन्हें सही से दिखाई और सुनाई दे। शोधकर्ताओं का कहना है कि कुछ ऐसे भी हैं जो खाली पड़ी सीटों पर बैठना पसंद करते हैं, जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो।अपने अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि जो छात्र अपने मित्रों के साथ बैठते हैं, उनके अंक लगभग अपने मित्रों के अंक के समान आते हैं और जो छात्र अकेले एक कोने में बैठते हैं उनका प्रदर्शन सबसे खराब रहता है। शोधकर्ताओं कहना है कि इस अध्ययन का प्रयोग कमजोर और खराब प्रदर्शन वाले छात्रों का प्रदर्शन सुधारने में किया जा सकता है। इसके जरिये हमें पता चल सकता है कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए किसके साथ बैठना चाहिए।

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