नई दिल्ली: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों और कश्मीर में पत्थर मारने वाले युवाओं पर बड़ा बयान दिया है, जिससे एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में जो बच्चे पत्थर मारते हैं, उनका राज्य के टूरिज्म से कोई लेना-देना नहीं है वह अपने देश के लिए लड़ रहे हैं.
उन्होंने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर कहा कि कश्मीर मसले पर अमेरिका मध्यस्थता करे तो कोई परेशानी नहीं. फारुक श्रीनगर सीट से उपचुनाव लड़ रहे हैं.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वे (पत्थरबाज) भूखे रहेंगे, लेकिन देश के लिए पथराव करेंगे और यही हमें समझने की जरूरत है.
फारुख ने भारत-पाक के रिश्तों पर कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान मिलकर इस मुद्दे को नहीं सुलझा पा रहे हैं, तो अमेरिका को बीच में आकर समझौता करने चाहिए. यह किसी पार्टी में लड़ाई नहीं है बल्कि सांप्रदायिकता के खिलाफ एक जंग है.