दिनकरन समर्थक विधायक थंगा तमिलसेल्वन ने राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हम अपने समर्थक विधायकों की मदद से नया मुख्यमंत्री लाने की कोशिश शुरू करने जा रहे हैं।’ एक दिन पहले ही एआईएडीएमके के पलनिसामी और ओ. पन्नीरसेल्वम खेमे ने विलय किया। इस विलय में शशिकला और दिनाकरन को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया।
दिनकरन कैंप ने सोमवार को दावा किया था कि उसे AIADMK के 25 विधायकों का समर्थन हासिल है। राजभवन के सूत्रों ने पुष्टि की है कि मंगलवार सुबह दिनकरन समर्थक विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की, हालांकि सूत्रों ने मुलाकात के बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी मसलन कितने विधायक मिले और राव के साथ उन्होंने किस तरह की चर्चा की।
दिनकरन समर्थक विधायकों ने पलनिसामी की अगुआई में AIADMK के अम्मा गुट और पन्नीरसेल्वम के पुराची थलैवी अम्मा गुट के सोमवार को हुए विलय पर सवाल उठाया है। तमिलसेल्वन ने पन्नीरसेल्वम के साथ मिलने के लिए पलनिसामी की आलोचना की है। उन्होंने कहा, ‘AIADMK के 122 विधायकों ने पलनिसामी को मुख्यमंत्री बनाया था क्योंकि चिनन्मा (शशिकला) ने उनसे ऐसा करने को कहा था। पन्नीरसेल्वम ने सरकार के खिलाफ वोट दिया था।’ तमिलसेल्वन ने पूछा, ‘वह पार्टी को तोड़ना चाहते थे और सरकार को अस्थिर करना चाहते थे। उसके बाद भी आपने उन्हें डेप्युटी चीफ मिनिस्टर का पद दिया। इसकी अब क्या जरूरत थी?’