(न्यूज़लाइवनाउ-Pakistan) भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1947 में आजादी के वक्त बंटवारा हुआ था. उस दौरान पाकिस्तान के कायदे-आजम कहे जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना इस्लाम धर्म के नाम पर एक अलग मुल्क की मांग कर बैठे. नतीजा ये हुआ कि ब्रिटिश शासन ने भारत और पाकिस्तान कोअलग देश बना दिया. बंटवारे के वक्त दोनों मुल्कों से लाखों की संख्या में लोग विस्थापित हुए. लाखों की मौत भी हुई.
पाकिस्तान का बंटवारा ही इस्लाम धर्म के नाम पर हुआ है, जिसका नतीजा ये है कि आज के वक्त में वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों की आबादी न के बराबर हो गई है.अब पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा की एक महिला एंकर किरण नाज ने मुल्क़ के बटवारे को लेकर जहरीला बयान दिया है. उन्होंने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां रहने वाले हिंदू गुंडे हैं, जिसकी वजह से दूसरे धर्म के लोग डर के रह रहे हैं, इसलिए वहां मुसलमानों को बचाने के लिए एक और जिन्ना की जरूरत है.
पाकिस्तान की मानसिकता गिरी हुई है
पाकिस्तानी महिला न्यूज एंकर किरण नाज ने कहा कि उन्हें एक बार फिर से साल 1947 की जरूरत. अब वक्त आ गया है कि हिंदू अपना वतन लेकर अलग हो जाए. ताकी दूसरे धर्म के लोग चाहे वो मुसलमान हो या ईसाई शांति से रह सकें. हिंदुस्तान को एक बार फिर बांट दो और तोड़ दो की जरूरत है. इसके लिए भारत को एक और जिन्ना की जरूरत है.
पाकिस्तान का बंटवारा ही इस्लाम धर्म के नाम पर हुआ है, जिसका नतीजा ये है कि आज के वक्त में वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों की आबादी न के बराबर हो गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक आजादी के वक्त पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं की आबादी 21 फीसदी थी, जो आज 1 फीसदी से भी कम रह गया है.
पाकिस्तान हमेशा से ही भारत के लिए एक सिरदर्द की तरह है. इसका सबूत ये है कि आजादी के बाद से अब तक दोनों देशों के बीच 4 युद्ध हो चुके हैं. हालांकि, इन सभी जंगों में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है और साल 1971 के जंग में पूर्वी पाकिस्तान के लोग भी पाकिस्तानी सेना के जुल्म से तंग आकर अलग हो गए और बांग्लादेश नाम का एक नया देश बन गया.
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