अमित शाह के पूरे देश में NRC लागू करने वाले बयान पर ममता बनर्जी भड़कीं, बंगाल को रखना चाहती हैं NRC से मुक्त ।
ममता बनर्जी ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की इजाजत नहीं देंगी।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : NRC से ममता बनर्जी को डर लगा है। संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम की तर्ज पर पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक पंजी तैयार करने की कवायद की जाएगी। ऐसे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। ममता बनर्जी ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की इजाजत नहीं देंगी। बनर्जी ने एक जनसभा को यहां संबोधित करते हुए कहा, ” कुछ लोग ऐसे हैं जो राज्य में एनआरसी लागू करने के नाम पर अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि हम बंगाल में एनआरसी की कभी अनुमति नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ”कोई आपकी नागरिकता छीनकर आपको शरणार्थी नहीं बना सकता है। धर्म के आधार पर कोई बंटवारा नहीं होगा। पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने से पहले भाजपा को यह बताना चाहिए कि 14 लाख हिंदू और बंगालियों का नाम असम में एनआरसी सूची में क्यों नहीं है।असम में एनआरसी की अंतिम सूची में 19.6 लाख लोगों के नाम नहीं आने के बाद बंगाल में प्रस्तावित एनआरसी ने लोगों के बीच घबराहट पैदा कर दी और उसमें 11 लोगों की जान चली गई। बता दें कि शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन अमित शाह ने एनआरसी के अलावा भी कई मुद्दों पर बात की। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जहां तक इंटरनेट सेवाओं को लागू करने का सवाल है तो उचित समय पर वहां के प्रशासन की अनुशंसा के आधार पर ही सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में पड़ोसी देश के द्वारा बहुत सारी गतिविधियां चलती रहती है और वहां की कानून व्यवस्था और सुरक्षा को देखकर ही ये निर्णय लिया जा सकता है। जब जम्मू-कश्मीर के प्रशासन को उचित समय लगेगा तो वो मीटिंग करके बताएंगे तब इस पर हम फैसला लेंगे।