अगर आपके पार्टनर में है ये गुण तभी शादी के लिए कहें ‘हां’
शादी जन्म-जन्मांतर का साथ होता है आत्मविश्वास की कमी से भी काफी रिश्ते टूटते हैं असुरक्षित पार्टनर की आदतों पहले समझ लें
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कहते हैं शादी जन्म-जन्मांतर का साथ होता है। हमारे समाज में शादी को सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है। जब दो लोग आपस में मिलकर साथ रहने का फैसला करते हैं तो समाज उन्हें बहुत खुशी से अपनाता है और उम्मीद करता है कि अब ये दोनों जिंदगी भर साथ रहेंगे। ऐसे में हमें भी ध्यान रखना चाहिए जब ये रिश्ता गंभीर है तो हम भी गंभीरता से ही शादी और अपने पार्टनर को चुनने को फैसला लें। ऐसा इसलिए क्योंतिक आजकल रिश्तों की डोर काफी ढीली सी पड़ती जा रही है। स्थिति ये है कि रिश्ते तलाक के बढ़ते मामले भी चिंता का सबब बने हुए हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं अगर वो आपके पार्टनर में हैं तो शादी के लिए कभी ‘हां’ ना कहें।
आत्मविश्वास का स्तर
आत्मविश्वास की कमी से ग्रस्त लोग रिश्ते की समस्याएं समझने और सुलझाने से कतराते हैं। इस अध्ययन में पाया गया कि यदि पार्टनर ईमानदार संवाद से बचे तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह केयरिंग नहीं है, मगर वह रिश्ते में असुरक्षित है और हर्ट होने से डरता है। ऐसे लोग शिकायतें करने से घबराते हैं, क्योंकि वे रिजेक्शन से डरते हैं। पार्टनर न बोले या चुप्पी साध ले तो हो सकता है कि उसमें आत्मविश्वास की कमी हो। इसका असर दांपत्य पर पड़ सकता है।
दोस्त नहीं-हॉबी नहीं
वह दोस्तों की बात नहीं करता, रुचियों के बारे में नहीं बताता, किसी को आमंत्रित नहीं करता, जिम नहीं जाता, फिटनेस रुटीन नहीं फॉलो करता, पार्टीज एंजॉय नहीं करता। यह भी हो सकता है कि अतीत में उसके दोस्त रहे हों, मगर शादी तय होने या शादी होने के बाद वह दोस्तों से कटने लगे तो सजग हो जाएं। ये लक्षण असुरक्षित पार्टनर के हो सकते हैं।
अति इमोशनल
वह आपकी तारीफ करते हुए अति-भावुक हो उठे। बार-बार पूछे कि क्या आप उससे प्रेम करती हैं? आपका जवाब उसे आश्वस्त न कर सके। पूछे कि कहीं आप उसे छोड़ तो नहीं देंगी? ऐसा हो रहा है तो जल्दी ही यह असुरक्षा ब्रेक-अप में बदल सकती है।
दोस्तों से ईष्र्या
यदि उसे आपके दोस्तों से ईष्र्या हो, गल्र्स की आउटिंग से चिढ़ हो, वह आपके मेल कलीग्स की बुराई करे, आपके फोन कॉल्स या मेसेजेज पर नजर रखे, दोस्तों के बारे में गहन पूछताछ करे तो अलर्ट हो जाएं। ये लक्षण असुरक्षा-भय के कारण हो सकते हैं।