कोरोना वायरस: ‘कई भारतीय चालक दल और कुछ भारतीय यात्री जापाल के क्रूज जहाज डॉयमंडप्रिंसेज में सवार

एस जयशंकर ने एक ट्वीट कर जापान के उस शिप का जिक्र किया जिसमें कोरोना वायरस के संदिग्‍ध मरीजों के होने की बात कही

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): सरकार ने शुक्रवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में बताया कि चीन में कोरोना वायरस (Corona Virus) से बुरी तरह प्रभावित वुहान क्षेत्र में अभी तक 80 भारतीय छात्र मौजूद हैं तथा पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी देशों के छात्रों को भी भारतीय विमानों से लाने की पेशकश की गई थी जिसका मालदीव के सात छात्रों ने लाभ उठाया। उच्च सदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने सदन को यह जानकारी दी। इससे पहले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के बारे में अपनी ओर से एक बयान पढ़ा था। उस बयान पर विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनसे स्पष्टीकरण पूछा था और उन्हीं स्पष्टीकरणों के जवाब में विदेश मंत्री ने यह जानकारी दी। एस जयशंकर ने एक ट्वीट कर जापान के उस शिप का जिक्र किया जिसमें कोरोना वायरस के संदिग्‍ध मरीजों के होने की बात कही जा रही थी। उन्‍होंने कहा, ‘कई भारतीय चालक दल और कुछ भारतीय यात्री जापाल के क्रूज जहाज डॉयमंडप्रिंसेज में सवार हैं। हमारे दूतावास को मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक किसी में भी कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। हम बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। विदेश मंत्री ने बताया कि भारत सरकार ने चीन के वुहान क्षेत्र में भारतीय छात्रों को स्वदेश लाने के लिए दो उड़ानें भेजी थीं। उन्होंने बताया कि 80 भारतीय छात्र अभी वुहान में ही हैं। इनमें से 70 छात्र स्वेच्छा से वहां रुके हैं। उन्होंने कहा कि दस भारतीय छात्र चीन में हवाईअड्डे तक आ गए थे। लेकिन उन्हें बुखार होने के कारण चीन के अधिकारियों ने देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी। जयशंकर ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार चीन में भारतीय नागरिकों की मदद के लिए सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि बीजिंग से भारतीय दूतावास के दो अधिकारी भी वुहान गए थे ताकि छात्रों को वापस स्वदेश भेजा जा सके। विदेश मंत्री की इस घोषणा का सदस्यों ने मेजें थपथपा कर स्वागत किया। जयशंकर ने कहा कि जब भारतीय उड़ानें वुहान गई थीं तब यह पेशकश की गई थी कि पड़ोसी देशों का कोई भी छात्र उन उड़ानों से भारत आ सकता है। उन्होंने बताया कि इस पेशकश का मालदीव के सात छात्रों ने लाभ उठाया। इससे पहले भाजपा की रूपा गांगुली ने सरकार से स्पष्टीकरण पूछते हुए जानना चाहा था कि क्या भारत सरकार चीन के वुहान में फंसे पाकिस्तानी नागरिकों को लाने के लिए भी कोई प्रयास करेगी क्योंकि देश पहले भी विश्व में इस तरीके से अन्य देशों के नागरिकों की मदद के लिए पहल कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने दिए बयान में कहा कि अभी तक केरल से कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव मामलों का पता चला है। तीनों का चीन के वुहान की यात्रा करने का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि इन तीनों लोगों को पृथक किया गया है और क्लीनिकल आधार पर उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है। हर्षवर्द्धन ने बताया कि सरकार ने स्थिति पर निगरानी रखने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में मंत्रियों का एक समूह बनाया है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कोरोना वायरस से प्रभावित चीन के वुहान से भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने वाले एयर इंडिया के चालक दल के सदस्यों की सराहना की है। एयर इंडिया के विमान से अब तक चीन के वुहान से 600 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्वदेश पहुंचाया गया है। नायडू ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘एयर इंडिया के 34 सदस्यीय दल ने कोरोना वायरस संक्रमित चीन के वुहान शहर से दो विशेष उड़ानों द्वारा 600 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने का अभिनंदनीय कार्य किया है।एयर इंडिया कर्मियों की निष्ठा और दायित्वबोध की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, ‘आपका संकल्प और कार्यनिष्ठा अनुकरणीय है। यह विशेष संतोष का विषय है कि सभी नागरिक कोरोना वायरस से निरापद सुरक्षित पाए गए हैं।सरकार ने शुक्रवार को राज्यसभा में कोरोना वायरस से केरल में तीन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि करते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में मंत्रियों का एक समूह (जीओएम) बनाया गया है जो पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के चलते उत्पन्न स्थिति पर निगरानी रख रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने चीन एवं कुछ अन्य देशों में नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण और भारत सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदमों के बारे में स्वत: आधार पर दिए गए एक बयान में उच्च सदन को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अभी तक चीन से आये लोगों में, कोरोना वायरस के तीन पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है। इन लोगों ने अतीत में चीन के वुहान क्षेत्र की यात्रा की थी। हर्षवर्धन ने कहा कि इन लोगों को पृथक कर दिया गया है तथा क्लीनिकल आधार पर इनकी हालत स्थिर बताई गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने उनके नेतृत्व में मंत्रियों का एक समूह बनाया है जो स्थिति पर निगरानी रख रहा है। इसमें विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री, गृह राज्य मंत्री, जहाजरानी राज्य मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री को शामिल किया गया है। हर्षवर्धन ने कहा कि कैबिनेट सचिव विभिन्न विभागों और राज्य के मुख्य सचिवों के साथ स्थिति की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय स्थिति की सतत समीक्षा कर रहा है और आए दिन राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग की जाती है। उन्होंने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस फैलने की आशंका को देखते हुए भारत सरकार ने 17 जनवरी को पहला यात्रा परामर्श जारी किया था। यात्रा परामर्शों की भी समीक्षा की जा रही है। हर्षवर्धन ने कहा कि वर्तमान में चीन से आने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को मिला वर्तमान वीजा, जिसमें ईवीजा भी शामिल है, वैध नहीं है। लोगों को चीन की यात्रा न करने की सलाह दी गई है तथा चीन से लौटे लोगों को अलग रखा जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि जिन लोगों को भारत की यात्रा करने के लिए, बहुत ही मजबूरी हो, उनसे बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास अथवा शंघाई या गुआंग्झाओ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क करने को कहा गया है। हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई सहित कुल 21 हवाईअड्डों पर 28 जनवरी से यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। सिंगापुर, थाईलैंड, हांगकांग एवं चीन से आने वाली सभी उड़ानों के लिए सार्वभौम थर्मल स्क्रीनिंग को अनिवार्य बना दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 1275 उड़ानों की स्क्रीनिंग की गई है जिसमें 139539 यात्रियों की स्क्रीनिंग शामिल है। इन यात्रियों में से 150 में लक्षण मिलने पर उन्हें पृथक सुविधाओं में रखा गया है।

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