हिमाचल के कोटखाई में गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में CBI ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. CBI ने इस मामले की शुरूआती जांच करने वाली एसआईटी चीफ आईजी जहूर जैदी समेत आठ अफसरों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है. CBI की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों पर गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस के असली आरोपियों को बचाने का आरोप है. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि पुलिस एसआईटी ने इस मामले में गलत लोगों को गिरफ्तार किया था. आईजी जहूर जैदी के साथ-साथ डीएसपी मनोज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल CBI अधिकारी जल्द सभी आरोपियों से पूछताछ करेंगे. ये था मामला इसी साल 4 जुलाई को शिमला स्थित कोटखाई में एक छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. लापता होने के दो दिनों बाद यानी 6 जुलाई को कोटखाई के जंगलों में छात्रा की निर्वस्त्र हालत में लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या की गई थी. शुरूआत में केस की जांच कर रही एसआईटी ने इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. पूरे राज्य में हुए प्रदर्शन गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस में पूरे राज्य में जमकर प्रदर्शन किए गए. इस मामले में एक आरोपी की कोटखाई थाने में 18 जुलाई की रात हत्या कर दी गई थी. CBI ने इन दोनों ही मामलों में केस दर्ज किया है. वहीं बीजेपी ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए सीएम वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा था.