अनंतनाग। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग स्थित जेएंडके बैंक की ब्रांच पर दो आतंकियों ने शुक्रवार को हमला बोल दिया। जिसके बाद आतंकियों की सुरक्षाकर्मियों से मुठभेड़ शुरू हो गई। इस फायरिंग में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया, जबकि एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया गया है। फायरिंग के दौरान एक आंतकी फरार होने में कामयाब हो गया है।
पकड़े गए आतंकी ने किए पूछताछ में कई खुलासे
जिंदा पकड़े गए आतंकी ने बताया कि वो जम्मू-कश्मीर के शिवपुरा का रहने वाला है और उसका नाम मुनीर है।आंतकी ने कहा कि उसे राइफल छीनने को कहा गया था। मुनिर ने बताया कि उसके साथी का नाम राजा है जो भागने में कामयाब हो गया है और उसके पास एक पास पिस्तौल भी है। सुरक्षा बलों की गिरफ्त में आए आतंकी ने कहा कि उसे बंदूक चलाना नहीं आता।
कुपवाड़ा में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को कुपवाड़ा में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में एक कैप्टन, एक जेसीओ और एक जवान शहीद हो गए हैं। हालांकि जवाबी कार्रवाई में सेना ने दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया था। इस हमले में सेना के गनर ऋषि भी घायल हुए और यही वो जाबांज जवान है जिसने घायल होने के बाद भी अपनी जान की परवाह किए बिना दो आतंकियों को मार गिराया।
दरअसल जिस वक्त ये हमला हुआ था उस वक्त गनर ऋषि ड्यूटी पर थे और जब उन्होंने आतंकियों को आते देखा तो संभल गए। तभी आतंकियों ने ऋषि के सिर पर गोली मारी लेकिन वो बुलेटप्रूफ हेलमेट के चलते बच गए थे। गिरकर ऋषि तुरंत संभले और आतंकियों पर गोलियों बरसा दी। इस तरह उन्होंने दो आतंकियों को मार गिराया था।
इस बीच गोला-बारूद की कमी दिखी तो वो बंकर से बाहर निकले और आतंकियों से हथियार छिनने की कोशिश की थी। इस बीच तीसरे आतंकी ने उन्हें गोली मार दी जिसमें वो घायल हो गए थे। इसका फायदा उठाकर आतंकी भागने में सफल रहे। बिहार के आरा के रहने वाले ऋषि को इसके बाद इलाज के लिए श्रीनगर में सेना के अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनका इलाज जारी है।