भुवनेश्वर में मोदी ने किया 14000 करोड़ रु. की योजनाओं का शिलान्यास
मोदी ने अरागुल में 1260 करोड़ रुपए की लागत से बने आईआईटी-भुवनेश्वर के नए कैंपस का उद्घाटन किया
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को भुवनेश्वर पहुंचे। यहां उन्होंने 14 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मोदी ने अरागुल में 1260 करोड़ रुपए की लागत से बने आईआईटी-भुवनेश्वर के नए कैंपस का उद्घाटन किया।मोदी ने कहा, ”मुझे यह मौका मिला है कि मैं आईआईटी भुवनेश्वर को युवाओं को समर्पित कर रहा हूं। 1260 करोड़ रुपए इसकी लागत में खर्च हुए हैं। यह युवाओं के सपनों का केंद्र ही नहीं, बल्कि उन्हें रोजगार के मौकों को बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा।”मोदी ने खुर्दा के नजदीक बरुनेई हिल्स में सभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने राज्य सरकार पर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू न करने को लेकर निशाना साधा। मोदी ने कहा, ”ओडिशा स्वच्छता और विकास के मामले में पिछड़ रहा है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना को लागू नहीं कर रही है। इससे गरीबों को इलाज का फायदा नहीं मिल पा रहा है। सिंचाई परियोजनाएं रुकी पड़ी हैं और किसान बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहा है। ओडिशा में भ्रष्टाचार का दानव शक्तिशाली हो गया है।” मोदी ने बेरहामपुर में 3800 करोड़ रुपए की पारादीप-हैदराबाद पेट्रोलियम प्रोडक्ट पाइपलाइन प्रोजेक्ट की नींव रखी। हाईवे के चौड़ीकरण और निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया। मोदी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए अगले साल जनवरी में दो बार ओडिशा का दौर करेंगे। पहली बार 5 जनवरी को वे मयूरभंज के बारीपदा में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे। उसके बाद 16 जनवरी को पश्चिमी ओडिशा में एक मीटिंग के लिए जाएंगे।मोदी ने भुवनेश्वर में पाइका विद्रोह के दो सौ साल होने पर इसकी याद में सिक्का और पोस्टल स्टांप जारी किया। यह 1817 में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ पहला हथियारबंद विद्रोह था। पाइका किसानों का संगठन था, जो युद्ध के वक्त राजा को सैन्य सेवाएं मुहैया कराते थे और बाकी वक्त में खेती करते थे। इन्होंने 1817 में ब्रिटिश राज के खिलाफ बगावत की थी।