मोदी : कांग्रेस सोचती है कि उनकी राजगद्दी एक चायवाला कैसे चुरा ले गया?
"एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया इसके लिए कांग्रेस 125 करोड़ लोगों को श्रेय देने को तैयार नहीं है। ये उनकी अलोकतांत्रिक मानसिकता का परिणाम है।"
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अंबिकापुर में एक चुनावी सभा की। इस दौरान वे नए अंदाज में नजर आए। सभा की शुरुआत में उन्होंने सरगुजा का पारंपरिक वाद्ययंत्र मांदर को करीब 20 सेकंड तक बजाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी को नींद नहीं आ रही है कि हमारे परिवार की विरासत हमारी राजगद्दी को ये चायवाला कैसे चुरा ले गया।” इस दौरान उन्होंने बस्तर और राजनांदगांव जिले की पहले चरण की 18 सीटों पर करीब 76% मतदान को लेकर बस्तरवासियों की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि मेरे लिए जब अंबिकापुरवासियों ने सभा के लिए लाल किले की प्रतिकृति बनाई थी, तो दिल्ली में बैठी सरकार की नींद उड़ गई थी। पहले चरण की वोटिंग को देखकर भी नींद उड़ गई है। बस्तरवासियों ने मतदान को लेकर जो उत्साह दिखाया। उसकी तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने अंबिकापुर को बदनाम कर दिया उनका हिसाब मांगने का समय आ गया है। इस चुनाव में चुन-चुनकर उनको घर भेजेंगे। आज देश में भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो बिना भेदभाव, बिना तेरे मेरे, बिना अपने पराए के एक मंत्र को लेकर चल रही है और वह है सबका साथ, सबका विकास।”
मोदी ने कहा- उंगली काटने वालों को लोगों ने जवाब दिया“पहले चरण में नक्सलियों ने चुनौती दी थी कि जिसकी उंगली में निशान होगा, उसकी उंगली काट दी जाएगी। उंगली काट देने की चुनौती देने वालों को बस्तर के लोगों ने भारी मतदान कर जवाब दिया है। वे मतदान के लिए प्रेरणा हैं। बस्तर के लोगों ने जो हिम्मत दिखाई है। उसका समर्थन करना चाहिए कि नहीं। ऐसा करने का तरीका सरल है। 20 तारीख को आप मतदान कर नया रिकॉर्ड बनाएं।””कांग्रेस कई सालों तक तेलंगाना की मांग ठुकराती रही, तेलंगाना का आंदोलन करने वालों पर गोलियां चलाती रही, लेकिन कभी संसद में चर्चा नहीं की। जब राजनीतिक उल्लू सीधा करने का वक्त आया, तो आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के लोगों के हकों को बिना सुने ही फैसला कर दिया। कांग्रेस ने देश में चार पीढ़ियों तक शासन किया, लेकिन उसका हिसाब नहीं दिया, ऊपर से हमसे हिसाब मांग रहे है। पहले अपनी चार पीढ़ियों का हिसाब तो दो।” “कांग्रेस का मानना है कि पंडित नेहरू के कारण ही एक चायवाला पीएम बना, तो एक काम कीजिए। पांच साल के लिए कांग्रेस परिवार के बाहर के किसी कांग्रेसी को कांग्रेस अध्यक्ष बना दो तो मैं मान लूंगा कि नेहरू जी के कारण ही कोई आम कांग्रेसी भी कांग्रेस का अध्यक्ष बन पाया।” “एक चायवाला प्रधानमंत्री बन गया इसके लिए कांग्रेस 125 करोड़ लोगों को श्रेय देने को तैयार नहीं है। ये उनकी अलोकतांत्रिक मानसिकता का परिणाम है।”