नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दुश्मनों को खुले तौर से चेतावनी दी है. आईटीबीपी के कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा, ‘दुनिया में कौन सी ताकत है जो भारत की ओर आंखें उठाकर देखेगा. हमारे जवानों में हिम्मती हैं, इनके रहते दुनिया की कोई ताकत आंखें नहीं उठा सकता है.’ उन्होंने भारत और चीन के बीच जारी डोकलाम विवाद पर भी अपनी बात रखी. कहा-‘डोकलाम में भारत और चीन मिलकर समाधान निकालेंगे. हमने कभी आक्रमण नहीं किया है। हमारे जवान देश की सुरक्षा की खातिर दमखम दिखाते हैं.’
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते चाहता है. भारत डोकलाम विवाद का हल चाहता है. हम संघर्ष नहीं शांति चाहते हैं. उम्मीद करते हैं कि चीन भी शांति की ओर कदम उठाएगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ना कभी आक्रांता रहा है और ना ही अपनी सीमाएं बढ़ाता है. हम अपने सभी पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं. हम डोकलम विवाद सुलझाना चाहते हैं और उम्मीद है कि चीन भी इस और कदम बढ़ाएगा.
पेंगोंग में चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ की कोशिश: केंद्रीय गृहमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि 15 अगस्त को चीनी सैनिक लद्दाख के पेंगोंग झील इलाके में भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की थी. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जवानों ने जब उन्हें ऐसा करने से रोका तो दोनों के बीच झड़प हो गई थी. उस दौरान वहां आईटीबीपी के अलावा सेना के जवान भी थे.
राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधामंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विदेश नीति का जिक्र किया. उन्होंने कहा, हम वाजपेयी जी की विदेश नीति को मानते हैं, इसलिए पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं और इसके लिए लगातार कोशिश में हैं.