सोनू निगम ने फतवे के विरोध में मुंडाया सिर, कहा- लाउडस्पीकर बजाना गुंडागर्दी ही है

मस्जिद के बाहर लाउडस्पीकर मामले में सिंगर सोनू निगम ने बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित किया. इसके बाद सोनू ने सिर भी मुंडावाया. बता दें कि पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी यूनाइटेड काउंसिल के वाइस प्रेसीडेंट सैयद शा कादिरी ने सोनू निगम के खि‍लाफ फतवा जारी किया था और कहा था कि जो कोई भी सोनू निगम को गंजा करेगा और पुराने जूते की माला पहनाएगा उसे 10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा.

प्रेस कान्फ्रेंस में सोनू ने कहा कि मेरा रिलीजन का चलता है, लोग ऐसा करते हैं. मेरे लिये ये गुंडागर्दी करते हैं. सोनू ने कहा कि रास्ते में जो उत्सव होते हैं, वो लोग दादागीरी करते हैं, नाचते हैं. ऐसा करने से पुलिस की तकलीफ हो जाती है. सोनू निगम बोले कि लोग धर्म के नाम पर शराब पीते हैं, फिल्मी गाने बजाते हैं.

सोनू ने अपने बयान पर कहा कि आपको बुद्धिजीवी को समझ कर मेरी बात को अच्छी तरह पेश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को अच्छे माहौल दीजिए. अगर मैं कह रहा हूं तो आप इसे इस तरह क्यों ले रहे हैं. सोनू ने कहा कि ना मैं सेक्यूलर हूं और ना ही मैं राइट विंग हूं ना लेफ्ट विंग. उन्होंने कहा कि असल में मैं माइनरिटी हूं.

सोनू ने कहा कि मैं बिना प्लान किए कह रहा हूं, कोई गलती है तो माफ कीजिएगा. मैं एक सोशल टॉपिक पर बात कर रहा हूं, इससे धर्म का कोई लेना देना नहीं है.

सोनू ने कहा कि यह वही गुंदागर्दी है जिसका जिक्र मैं कर रहा था. मैंने आलम को बुलाया है. ये कोई चैलेंज नहीं है, ये कोई निगेटिविटी नहीं है. उन्होंने कहा कि ये बाल जो देख रहे हैं मैं काट दूंगा. उन्होंने कहा कि ना मैं हिंदूवादी हूं, ना मुस्लिम, मैं सभी में विश्वास करता हूं. वह बोले कि मैं अजमेर में भी गया था, पुष्कर मंदिर भी गया था. अगर किसी में दम है तो ऐसी बातों पर बोल कर दिखाओ.

उन्होंने कहा कि क्या मेरे मुद्दा उठाने में कहीं मिस्टेक हो गई, क्या मेरी टाइमिंग गलत हो गई? उन्होंने कहा कि क्या ये सही वक्त नहीं था, योगी की सरकार आने से इसका क्या संबंध है? सोनू ने कहा कि मैंने ये मुद्दा पकड़ा है, बाकी बचे मुद्दों को आप पकड़े.

आजतक के सवाल पर सोनू बोले कि मुझे नहीं पता कि मस्जिद कहां हैं, इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है कि मैं किसी को परेशान कर रहा था.

पैगंबर का अपमान नहीं किया
सोनू ने कहा कि मैं एक बात क्लियर करना चाहता हूं, कुछ लोगों ने कहा कि मोहम्मद क्यों लिखा, मोहम्मद साहब क्यों नहीं कहा. ये इंग्लिश की समस्या है. शिव को इंग्लिश में शिवा, राम का रामा कहा जाता है. उन्होंने कहा कि जैसे किसी मुस्लिम की भाषा में लॉर्ड जीसस नहीं आ रहा है. सोनू ने कहा कि अगर ये किसी ने मुद्दा बनाया है, ये मेरा उद्देश्य नहीं था कि पैगंबर की निंदा करूं. ट्विटर में आदमी सोच समझ कर छोटा-छोटा लिखता है.

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