70 साल की उम्र में कैंसर से हारा ‘दयावान’, सबसे हैंडसम विलेन से बने थे हीरो

मशहूर बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना का निधन हो गया है. गुरुदासपुर से सांसद खन्ना ने मुंबई के रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में गुरुवार सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर अंतिम सांस ली. अस्पताल ने जारी एक बयान में बताया कि 70 वर्षीय खन्ना ब्लैडर कैंसर से पीड़ित थे.

शाम 4.30 पर बाण गंगा शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

विनोद खन्ना को क्या हुआ है?

विनोद खन्ना को ब्लैडर कैंसर था. अस्पताल ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उनका निधन ब्लैडर कैंसर की वजह से हुआ है.

बेटे ने बताया था, पापा स्वस्थ हैं
पिछले दिनों जब उनकी तबीयत खराब हुई थी तो विनोद खन्ना के बेटे राहुल खन्ना ने बताया था कि डैड अब बिल्कुल स्वस्थ हैं और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी. राहुल ने अस्पताल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि मैं डॉक्टर्स और अस्पताल के स्टाफ का बहुत आभारी हूं. उन्होंने डैड की देखभाल बहुत अच्छे से की. अस्पताल ने भी यह कंफर्म किया था कि विनोद खन्ना की स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है और उन्हें जल्द डिसचार्ज कर दिया जाएगा.

एक समय में बॉलीवुड में था विनोद खन्ना का दबदबा
विनोद खन्ना ने ‘मेरे अपने’, ‘कुर्बानी’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘रेशमा और शेरा’, ‘हाथ की सफाई’, ‘हेरा फेरी’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी कई शानदार फिल्में की हैं. विनोद खन्ना का नाम ऐसे एक्टर्स में शुमार था जिन्होंने शुरुआत तो विलेन के किरदार से की थी लेकिन बाद में हीरो बन गए. विनोद खन्ना ने 1971 में सोलो लीड रोल में फिल्म ‘हम तुम और वो’ में काम किया था.

ओशो के आश्रम न जाते तो अमिताभ पर पड़ते भारी
कहा जाता है कि अगर विनोद खन्ना ओशो के आश्रम न जाते तो आने वाले वक्त में वह अमिताभ बच्चन के स्टारडम को फीका कर देते. बहुत कम लोग ही जानते हैं कि विनोद खन्ना की सबसे हिट फिल्मों में से एक ‘कुर्बानी’ का रोल पहले अमिताभ बच्चन को ही ऑफर किया गया था. उन्होंने यह रोल ठुकरा दिया, जिसके बाद विनोद खन्ना ने यह किरदार निभाया. बाद में विनोद को ‘रॉकी’ फिल्म ऑफर की गई, लेकिन उन्होंने यह फिल्म नहीं की. इस फिल्म से संजय दत्त ने बॉलिवुड में एंट्री ली.

 

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