(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार चौथे दिन वृद्धि का सिलसिला जारी रहा. तेल विपणन कंपनियों ने नए साल में पेट्रोल और डीजल के भाव में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि करके उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है. देश की राजधानी दिल्ली में रविवार को पेट्रोल 49 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया और डीजल के दाम में 59 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हो गया है.वहीं, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल 48 पैसे,जबकि चेन्नई में 52 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है. तेल विपणन कंपनियों ने कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में रविवार को डीजल के दाम में क्रमश: 59 पैसे, 62 पैसे और 63 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की.इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 69.75 रुपये, 71.87 रुपये, 75.39 रुपये और 72.39 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।
चारों महानगरों में डीजल के दाम बढ़कर क्रमश: 63.69 रुपये, 65.46 रुपये, 66.66 रुपये और 67.25 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 69.77 रुपये, 69.64 रुपये, 71.02 रुपये और 70.80 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। इन चारों शहरों में डीजल के दाम तीसरे दिन की वृद्धि के बाद क्रमश: 63.17 रुपये, 63.04 रुपये, 64.00 रुपये और 63.78 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. देश कुछ अन्य प्रमुख शहर, चंडीगढ़, लखनउ, पटना, रांची, भोपाल और जयपुर में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 65.96 रुपये, 69.65 रुपये, 73.87 रुपये, 68.72 रुपये, 72.79 रुपये और 70.40 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं. इन छह शहरों में डीजल नई वृद्धि के बाद क्रमश: 60.66 रुपये, 63.06 रुपये, 66.94 रुपये, 64.89 रुपये, 64.94 रुपये और 65.96 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालांकि बीते कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र में कच्चे तेल में जारी तेजी थम गई और इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का मार्च अनुबंध 1.83 फीसदी की कमजोरी के साथ 60.55 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नाइमैक्स) पर 1.69 फीसदी की गिरावट के साथ 51.70 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. बीते सप्ताह ब्रेंट क्रूड का भाव 62 डॉलर से ऊपर और डब्ल्यूटीआई का भाव 53 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया था. ऊर्जा विशेषज्ञ के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव का असर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर तकरीबन 10 दिन बाद देखने को मिलता है। इसका मतलब है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में फिलहाल उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद कम है.