उत्तराखंड: हिमस्खलन में फंसे ट्रैकर्स, बचाने के लिए IAF ने भेजे चीता हेलिकॉप्टर 

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): उत्तरकाशी के द्रौपदी के डांडा-2 पर्वत चोटी पर ये हिमस्खलन हुआ, हिमस्खलन होने प्रशिक्षार्थी बर्फ के पहाड़ पर फंस गए हैं। जानकारी के अनुसार, एवलांच की चपेट में आने से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना है इस दौरान आठ लोगों को वहां से निकाला गया है। 21 लोग अभी भी वहां फंसे हैं। वहीं, इस दौरान निम के दो प्रशिक्षकों की मौत भी हो गई है। 

आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि ट्रेनिंग में प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी सहित कुल 175 लोग थे। जिसमे 29 लोग एवलांच की चपेट में आये हैं। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है, 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य गतिमान है। प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवान रेस्क्यू में जुटे हुए हैं वायुसेना ने फंसे हुए ट्रैकर्स के रेस्क्यू के लिए 2 चीता हेलिकॉप्टर्स को तैनात किया। तीन टीमों को रिजर्व में रखा गया है। जरूरत पड़ने पर इन टीमों को भी रवाना किया जाएगा। माथली हैलीपैड पर पहले लोगों को लाया जायेगा जो 13 हजार किलोमीटर की ऊंचाई पर है जो की ITBP का कैम्प है। 

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से इस मामले में बात की है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने के लिए अनुरोध किया गया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। 

 केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए बताया कि हिमस्खलन की वजह से फंसे प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए हर संभव मदद की जाएगी।

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