न्यूज़लाइवनाउ – भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान यूं तो गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है लेकिन अपने जमीनी वित्तीय मुद्दों को सुलझाने की बजाए यहां अलग ही बहस चल रही है. पाकिस्तान एक तरफ तो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ बातचीत की तैयारी कर रहा है जिसमें इस समय नया राहत पैकेज पाने के लिए कवायद की जाएगी. दूसरी तरफ पाकिस्तान की प्रमुख राजनीतिक पार्टी पाकिस्तानी करेंसी यानी पाकिस्तानी रुपये पर तस्वीर बदलने की मांग कर रही है. वहीं नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने भी रविवार को कहा कि देश में आर्थिक स्थिरता लाने के लिए निजीकरण जरूरी है.
जुल्फिकार अली भुट्टो की तस्वीर लगाने की मांग
पाकिस्तान की बड़ी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने पाकिस्तान के करेंसी नोटों पर जुल्फिकार अली भुट्टो की तस्वीर लगाने की मांग की है. पीपीपी ने एक प्रस्ताव स्वीकार किया है जिसमें पाकिस्तान सरकार से पार्टी के संस्थापक जुल्फिकार अली भुट्टो को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक नायक घोषित करने की मांग की गई है.
एआरवाई न्यूज के हवाले से मिली खबर के मुताबिक पीपीपी ने यह प्रस्ताव ‘भुट्टो संदर्भ और इतिहास’ नाम के एक सेमिनार के दौरान रविवार को पारित किया है. इसमें जुल्फिकार अली भुट्टो के बारे में चर्चा हुई. यहां एक प्रपोजल में पाकिस्तान सरकार से उन्हें “कायद-ए-अवाम” (लोगों के नेता) की उपाधि देने और उन्हें मुल्क का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, निशान-ए-पाकिस्तान देने की मांग की गई.
पाकिस्तान के करेंसी नोटों पर भुट्टो की तस्वीर लगाने की मांग के अलावा, प्रस्ताव में भुट्टो के सम्मान में एक उपयुक्त स्मारक के निर्माण और उनके मकबरे को राष्ट्रीय तीर्थस्थल घोषित करने का भी आह्वान किया गया है. दरअसल मार्च 2024 में ही पाकिस्तान की सुप्रीम ने ये माना कि पीपीपी संस्थापक जुल्फिकार अली भुट्टो का वो मुकदमा जिसके कारण उन्हें फांसी दी गई, गलत था. पीपीपी ने इस स्वीकारोक्ति की सराहना करते हुए कि कहा कि भुट्टो को दी गई मौत की सजा को वापस लेने और लोकतंत्र के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले कार्यकर्ताओं के लिए “जुल्फिकार अली भुट्टो पुरस्कार” की स्थापना की जानी चाहिए.
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