Himachal Weather: सड़क क्षतिग्रस्त होने से कुल्लू में फंसे सैकड़ों वाहन, IMD ने जारी किया ‘रेड’ अलर्ट
(न्यूज़ लाइव नाऊ-HIMACHAL): हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भारी बारिश के बाद कुल्लू-मंडी सड़क क्षतिग्रस्त होने से सैकड़ों वाहन फंस गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में वाहनों की एक बड़ी कतार को खड़े हुए देखा जा सकता है। यात्रियों के मुताबिक करीब 5-10 किलोमीटर तक जाम लगा हुआ है। बातचीत के दौरान एक यात्री ने एएनआई को बताया “हमारे पास खाने या पीने के लिए कुछ भी नहीं है। यहां लोग भूख से मर रहे हैं। जाम को जल्द ही साफ किया जाना चाहिए, ”।
IMD-SHIMLA: मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अगले 72 घंटों के दौरान बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना में अधिकांश स्थानों पर मध्यम और कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित
इस मानसून में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है, राज्य सरकार ने पहाड़ी राज्य को “प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र” घोषित कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान पिछले दो महीनो में हुई कुल मौतों का आंकड़ा 361 पहुंच चुका है। वहीं, प्रदेश भर में 40 लोग अभी भी लापता हैं।
क्षतिग्रस्त होने से 530 सड़कें बंद
Himachal में जगह जगह भू-स्खलन के चलते की 530 सड़कें बंद हो गई हैं। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मंगलवार रात से भारी बारिश का दौर जारी है। सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर जिले में बिजली संकट गहरा गया है। प्रदेश में भारी बारिश से कुल 2897 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। आधे से अधिक इन चार जिलों में ही हैं। हमीरपुर में 376, मंडी में 1142, शिमला में 598 और सोलन में 410 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं। मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
एएनआई ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि कुल 2,022 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और 9,615 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इस साल के मानसून के मौसम में 113 भूस्खलन हुए हैं।
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