ओडिशा में एक ही जगह 3 ट्रेनों की भीषण टक्कर, अब तक 288 लोगो की मौत,1000 लोग घायल
ओडिशा बालासोर रेल हादसे में अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 1000 लोग घायल हैं। लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): शुक्रवार (2 जून) को ओडिशा के बालासोर जिले में शाम दर्दनाक रेल हादसा हो गया। ओडिशा बालासोर रेल हादसे में अब तक बालासोर में दो यात्री ट्रेन और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से इस दर्दनाक ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 288 पर पहुंच गई है। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने इसकी पुष्टि की है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस दुर्घटना में 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। घटना के बाद बचाव कर्मी फंसे लोगों को बचाने में लगे हैं। लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। उन्होंने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।’’ अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।
अधिकारियों ने बताया कि हादसे में 288 लोगों की मौत हुई है जबकि 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि हादसा शाम को करीब 7।20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर तब हुआ जब कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता के नजदीक शालीमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल जा रही थी। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि 132 घायलों को सोरो, गोपालपुर और खांटापाड़ा स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है, जबकि 47 लोगों को बालासोर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बालासोर जिले के अधिकारियों ने बताया कि हादसे में करीब 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटरी से उतरे डिब्बों में कई लोग फंस गए और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं। अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत सचिव सत्यव्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया।
अब तक 1175 मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 793 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 382 मरीज अस्पताल में हैं, जिनमें से 2 की हालत गंभीर है, बाकी सभी की हालत स्थिर है। ये जानकारी ओडिशा स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई है। दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की चार टुकड़ियां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं। दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों से मिलने PM मोदी अस्पताल पहुंच गए हैं। यहां पीएम ने घटना में घायल हुए लोगों से बात कर हालचाल जाना। इस दौरान डॉक्टरों से घायलों की सेहत का हाल जाना। इससे पहले पीएम मोदी ने बालासोर में घटनास्थल का भी दौरा किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह दुर्घटना से व्यथित हैं और स्थिति का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है।’’
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार मंत्री मानस भुइयां और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में एक टीम मौके पर भेज रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ निजी रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं। बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रही है।
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