IMF ने शर्तो पर दिया पाकिस्तान को कर्ज, कर्ज के बदले बिजली बिल बढ़ाने को कहा

आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पाकिस्तान को IMF ने भी तगड़ा झटका दे दिया है। IMF ने पाकिस्तान से कहा है कि उसे बिजली सब्सिडी पर तत्काल रोक लगाकर बिजली बिल में बढ़ोतरी करनी होगी।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को एक और तगड़ा झटका लगा है। IMF ने पाकिस्तान की उस ऋण प्रबंधन योजना (CDMP) के प्रपोजल को खारिज कर दिया है, जो उसने IMF से कर्ज हासिल करने के लिए संस्था को दिया था। IMF ने पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि वह अपने देश के लोगों को दी जा रही बिजली सब्सिडी पर तत्काल रोक लगाकर बिजली बिल में प्रति यूनिट 12.50 रु. की बढ़ोतरी करे. दरअसल, पाकिस्तान अपने नागरिकों को बिजली सब्सिडी देने के लिए 335 बिलियन पाकिस्तानी रुपए का घाटा झेलता है।

IMF ने पाकिस्तान सरकार को नसीहत देते हुए कहा था कि सरकार पहले अपना खर्च कम करे, उसके बाद ही आईएमएफ लोन देगा। IMF ने पाकिस्तान को 500 अरब रुपये के अतिरिक्त सर्कुलर लोन को समाप्त करने के साथ-साथ ऊर्जा कीमतों में वृद्धि और नए करों को लागू करने का सख्त निर्देश दिया था। पाकिस्तान में तो पहले से ही आसमान छू रही महंगाई और बढ़ जाएगी। शहबाज सरकार को डर है कि इस कदम से पहले से ही हमलावर पीटीआई प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के ऊपर और हमलावर हो सकते हैं।

बता दें कि IMF की एक टीम इस समय पाकिस्तान की नीतियों की समीक्षा के तहत नौवे दौर की बातचीत कर रही है। यह समीक्षा 9 फरवरी तक चलेगी। पाकिस्तान को उम्मीद है कि समीक्षा के बाद दोनों पक्षों के बीच एक समझौता हो जाएगा और IMF कर्ज देने के लिए तैयार हो जाएगा। हालांकि, IMF के हालिया रुख से ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है। कर्ज न मिलने के संकट से जूझ रहा पाकिस्तान सऊदी अरब और यूएई से भी मदद मांग चुका है। देश पर इस समय डिफॉल्टर होने का खतरा मंडरा रहा है। डिफॉल्ट होने से बचने के लिए अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से आस है।

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