नई संसद में डिप्टी स्पीकर ने पढ़ा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का संदेश, पीएम मोदी ने जारी किया स्मारक डाक टिकट और 75 रुपये का सिक्का

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को एक भव्य कार्यक्रम में नए संसद भवन को देश को समर्पित किया। पीएम मोदी ने संसद के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके साथ ही, उन्होंने 75 रुपये का सिक्का भी जारी किया।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को एक भव्य कार्यक्रम में नए संसद भवन को देश को समर्पित किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और हवन और पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने संसद भवन में सेंगोल स्थापित कर 20 पंडितों से आशीर्वाद लिया। इस मौके पर उन्होंने नए भवन के निर्माण में लगे श्रमजीवियों को सम्मानित भी किया। हवन-पूजन के कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया और उसे लोकसभा में स्पीकर के आसन के पास स्थापित किया।

नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है। संसद का नया भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह दिव्य और भव्य इमारत जन-जन के सशक्तिकरण के साथ ही राष्ट्र की समृद्धि और सामर्थ्य को नई गति और शक्ति प्रदान करेगी। नए संसद भवन के उद्घाटन के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। मोदी-मोदी के नारों के बीच प्रधानमंत्री ने नई संसद में प्रवेश किया। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि वर्तमान संसद भवन कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। आने वाले समय में सीटों की बढ़ती संभावना को देखते हुए संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने पीएम मोदी से नए संसद भवन का निर्माण करने का आग्रह किया था।

इस दौरान नई संसद में राज्यसभा के डिप्टी स्पीकर ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ते हुए कहा, ‘संसद के नए भवन के उद्घाटन का ये अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज़ रहेगा। नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी बिन्दु तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है।’

नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, ‘भारतीय लोकतंत्र की अभूतपूर्वक विकास यात्रा की इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी और गौरव क्षण में मुझे पूरे देश को बधाई देते हुए बहुत खुशी है। मुझे यकीन है कि इस अमृत काल में बना नया संसद भवन आगे भी हमारे विकास का साक्षी रहेगा।’ नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी अपने संदेश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि नया संसद भवन का उद्घाटन हर देशवासी के लिए अतुलनीय आनंद का अवसर है। उन्होंने कहा कि देश में जनभागीदारी का निरंतर विकास हुआ है। गौरवशाली भवन नया इतिहास लिखेगा।

नई संसद में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, ‘हमारा वर्तमान संसद भवन देश की लोकतांत्रिक गतिविधियों का जीवंत केंद्र रहा है। हमारी प्रगति का मार्गदर्शक रहा है। यह भवन भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति तथा संविधान निर्माण से लेकर हमारी गौरवशाली लोकतांत्रिक यात्रा के दौरान अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। आने वाले वर्षों में परिसीमन के कारण सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना एवं संसद की बढ़ती हुई ज़िम्मेदारियों को देखते हुए वर्तमान संसद भवन में स्थान का अभाव महसूस किया जा रहा था। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से एक नए भवन के निर्माण का आग्रह किया था।

 

पीएम मोदी ने संसद के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके साथ ही, उन्होंने 75 रुपये का सिक्का भी जारी किया।

विपक्ष ने साधा निशाना

वहीं, विपक्ष ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि देश में लोकतंत्र नहीं है। विपक्ष की मौजूदगी के बिना नए संसद भवन का उद्घाटन संपन्न नहीं हो सकता।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ‘नए संसद भवन का उद्घाटन कार्यक्रम केवल कुछ लोगों के लिए है। राष्ट्रपति को निमंत्रण देना चाहिए था। देश में जो कुछ चल रहा है वो लोकतंत्र के खिलाफ है। इतने बड़े निर्माण के लिए किसी से भी चर्चा नहीं की गई। कार्यक्रम के आयोजन के लिए विपक्ष से भी चर्चा करनी चाहिए थी। इस कार्यक्रम का निमंत्रण मेरे हाथों में नही आया। हमारी भावना पुरानी संसद इमारत से है। नेहरू और मोदी के संकल्प में बहुत फर्क है।’

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