Israel-Hamas युद्ध की शुरआत कैसे हुई? जब Hamas के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इजरायल के भीतर घुसकर जानलेवा हमला शुरू किया

न्यूज़लाइवनाउ – इसकी शुरुआत तब हुई जब चरमपंथी समूह हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इजरायल के भीतर घुसकर जानलेवा हमला शुरू कर दिया. उन्होंने इजरायली नागरिकों के घरों में घुसकर कत्लेआम करना शुरू कर दिया

इन दिनों पूरी दुनिया में इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के बेहद चर्चे है. इसकी शुरुआत तब हुई जब चरमपंथी समूह हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इजरायल के भीतर घुसकर जानलेवा हमला शुरू कर दिया. उन्होंने इजरायली नागरिकों के घरों में घुसकर कत्लेआम करना शुरू कर दिया. यहां तक की 7 अक्टूबर को करीब 5000 रॉकेट लॉन्चर ताबड़तोड़ तरीके से इजरायल पर दाग दिए. इसके बाद ही इजरायल ने हमास के लड़ाकों के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी.

2215 फलस्तीनियों की मौत हो गई

इजरायल ने युद्ध की घोषणा करने के तुरंत बाद अपनी आर्मी को ये हमास के लड़ाकों सहित गाजा पट्टी को तहस-नहस करने की जिम्मेदारी सौंप दी. इसके बाद ही इजरायल ने भी अंधाधुंध तरीके से गाजा पट्टी पर हवाई हमले शुरू कर दिए. नतीजा ये रहा कि इन 8 दिनों में फलस्तीनियों को काफी जानमाल का नुकसान हुआ. ताजा जानकारी के मुताबिक इजरायल में 1300 लोगों की मौत हो गई और 3400 लोग घायल हो गए. वहीं इजरायल के हवाई हमले में करीब 2215 फलस्तीनियों की मौत हो गई, जिसमें 700 बच्चे भी शामिल है. इस दौरान करीब 8714 लोग बुरी तरह से घायल भी हुए हैं.

197 भारतीयों का तीसरा बैच दिल्ली पहुंच गया

इजरायल ने युद्ध के 7वें दिन फलस्तीनियों को गाजा पट्टी पूरी तरह से खाली करने का अल्टीमेटम तक दे दिया, जिसका कई देशों ने विरोध किया. यहां तक की संयुक्त राष्ट्र ने इस क्राइम वॉर से तुलना कर दी. उन्होंने कहा कि इजरायल का इस तरह से फलस्तीनियों को गाजा पट्टी खाली करने को लेकर आदेश देना गलत है.

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वहीं फलस्तीन का समर्थन करने वाले देश मिस्त्र ने भूख और प्यास से जुझ रहे फलस्तीनियों के लिए राहत साम्रगी भेजी और World Health Organistaion (WHO) ने स्वास्थ्य संबंधी साम्रगी फलस्तीन को मुहैया कराई. वहीं इस दौरान भारत के ऑपरेशन अजय के तहत 197 भारतीयों का तीसरा बैच दिल्ली पहुंच गया है.

पिछले 24 घंटे के दौरान गाजा पर हुए इजरायली बमबारी में 400 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई और 1500 अन्य घायल हो गए हैं. इसमें गाजा शहर में 260 मौतें, मध्य गाजा पट्टी में दीर अल-बलाह में 80 और उत्तरी जबालिया शरणार्थी शिविर में 40 मौतें शामिल हैं. वहीं 10 फलस्तीनी की मौत बेइत लाहिया शहर में हुई और 20 दक्षिणी खान यूनिस में मारे गए.

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