कुल्लू : गांव से निकले कुछ सफल युवाओं की सूची में एक विशेष नाम है ‘मणी लाल पुरोहित’। इनका नाम उभरते समाज सेवी और विचारकों में शुमार है। ‘पुरोहित’ आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए हैं। हिमाचल प्रदेश के कुल्लु ज़िला के बंजार क्षेत्र के एक गांव से सम्बन्ध रखने वाले ‘पुरोहित’ आज एक निजी ‘स्कूल’ के मालिक भी हैं। इन्होंने गांव-गांव में गरीब बच्चों को ‘कम्प्यूटर एजुकेशन’ के लिए प्रेरित किया और बिना किसी बाहरी सहायता के उनको निशुल्क ‘कम्प्यूटर एजुकेशन’ प्रदान की।
‘मणी लाल पुरोहित’ का मानना है कि आधुनिक तकनीक की जानकारी जल्द से जल्द गांवों में पहुंचनी चाहिए। ताकि ग्रामीण जीवन उन्नत हो सके और शहरों की ओर उनका पलायन रुक सके। शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण मानने वाले ‘मणी लाल पुरोहित’ का कहना है कि शिक्षा का ढांचा अभी तक पूरी तरह उन्नत नहीं हो पाया है। शिक्षा को भी डिज़िटल करने की जरूरत पर इनका जोर है। ‘मणी लाल पुरोहित’ के व्यक्तित्व को आप इसी बात से आंक सकते हैं कि इन्होंने पर्यावरण, रक्तदान, स्वच्छता, शिक्षा, योग जैसे विषयों पर जन-जागृति का गांव-गांव में कार्य किया है। ‘मणी लाल पुरोहित’ कहते हैं कि हमें आगे बढ़ने में बहुत परेशानियों को झेलना पड़ा। हम चाहते हैं कि जो युवा काम करना चाहते हैं हम उनकी सहायता कर सकें। हम लोगों को स्वाबलंबन के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। ‘गुरुकुल इंटरनेशनल’ के नाम से निजी स्कूल का सञ्चालन भी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने का ही प्रयास है।
ग्रामीण परिवेश में काम करना चुनौती है लेकिन ‘पुरोहित’ जैसे युवाओं के झुझारू व्यक्तित्व के कारण दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है कि कैसे मेहनत से सफलता पाई जा सकती है। ‘न्यूज़ लाइव नाऊ’ नें ‘मणी लाल पुरोहित’ को अपने स्टूडियो बुला कर उनसे बातचीत की। उनहोंने क्या कहा आप इस वीडियो में देख सकते हैं।