(न्यूज़लाइवनाउ-KERAL): केरल में निपाह वायरस को लेकर राज्य सर्कार हाई अलर्ट में है। २०१८ में पहली बार इस वायरस को नाम मिला और तब से अभी तक केरल में २८ लोग इन्फेक्टेड हुए है और २१ की मौत होगी है। अभी कुछ दिन पहले केरल के कोझिकोट के एक प्राइवेट अस्पताल में इस वायरस से दो लोगों की मौत हुई है. इस वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए केरल सरकार ने केरल के 7 गांव के स्कूल और बैंक बंद करने का आदेश जारी किया है तो चलिए जानते हैं क्या है ये वायरस ?
कैसे फैलती है ये बीमारी?
इसे ज़ूनोटिक डिज़ीज़ (Zoonotic Disease) कहा जाता है, जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। ये चमगादड़ों और सुअर के जरिए इंसानों में फैल सकता है. आपको बता दें कि कोरोना का सबसे पहला केस केरल में ही आया था और वे भी जानवरों से फैलने वाली बीमारी थी.
निपह वायरस से कैसे बचें?
- चमगादड़ और सूअर के संपर्क से बचें
- जमीन पर गिरे हुए फल या सब्जियां न खाएं.
- मास्क लगाकर रखे.
- समय-समय पर हाथ थोते रहें.
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें.
कैसे फैलती है ये वायरस ?
आपको बता दें कि जिस चमगादड़ को इस वायरस का होस्ट माना गया है उसे flying fox भी कहते हैं. यह दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में आम तौर पर पाया जाता है. इन चमगादड़ों को खजूर बहुत पसंद है. सबसे पहले यह देखा गया कि जिन पेड़ों पर सबसे ज्यादा चमगादड़ से उनके फल या पानी पीने से ये वायरस फैल रहा था.
निपह वायरस का लक्षण क्या है ?
संक्रमित लोगों में शुरू में बुखार, सिरदर्द, उल्टी और गले में होता है. इसके बाद चक्कर आना काफी ज्यादा नींद आना या एन्सेफलाइटिस का संकेत देते हैं. इस बीमारी में कुछ लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत होती है. गंभीर मामलों में एन्सेफलाइटिस और दौरे पड़ते हैं, जो 24 से 48 घंटों के भीतर कोमा में चले जाते हैं.
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